प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित खिलाड़ियों की सूची जारी कर दी गई है। इस सूची में पेरिस ओलंपिक्स पदक विजेता भारतीय शूटर मनु भाकर (manu bhaker) का नाम नहीं है। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित खिलाड़ियों की सूची से बाहर होने पर मनु भाकर (manu bhaker khel ratna) ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। मनू ने एक बयान में कहा कि पुरस्कार प्रेरणादायक होते हैं, लेकिन यह उनके करियर का अंतिम लक्ष्य नहीं है।
क्या कहा मनू भाकर ने
भाकर ने कहा, “एक एथलीट के रूप में मेरा काम अपने देश के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है।” उन्होंने आगे कहा कि पुरस्कार और सम्मान उन्हें प्रेरित करते हैं, लेकिन उनकी यात्रा को परिभाषित नहीं करते। मनु भाकर (manu bhaker news) ने यह भी माना कि उनके नामांकन प्रक्रिया में शायद कोई चूक हुई है और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इस विवाद के बावजूद भाकर अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, “पुरस्कार के बावजूद, मैं अपने देश के लिए अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित रहूंगी।” मनू ने लोगों से इस मामले पर अटकलबाजी करने से बचने की अपील की है।
खेल मंत्रालय का क्या कहना है!
खेल मंत्रालय ने कथित तौर पर कहा कि मनु भाकर ने खेल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था। वहीं, उनके पिता राम किशन ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि नामांकन जमा किया गया था, लेकिन इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार का मान शामिल
बता दें कि 12 सदस्यीय राष्ट्रीय खेल दिवस समिति की अध्यक्षता सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन कर रहे थे। उन्होंने भाकर को नामांकित व्यक्तियों की सूची में शामिल नहीं किया। जिन लोगों को नामांकित किया गया था उनमें भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा-अथलीट प्रवीण कुमार शामिल थे।
पुरस्कार विवाद पर क्या बोले मनू भाकर के पिता
वहीं, मीडिया से बात करते हुए मनू भाकर के पिता राम किशन ने कहा, “अगर आपको पुरस्कार के लिए भीख मांगनी पड़े तो एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने का क्या मतलब है?” उन्होंने कहा, “एक सरकारी अधिकारी निर्णय ले रहा है और समिति के सदस्य चुप हैं, अपनी राय नहीं दे रहे। मुझे समझ नहीं आता। क्या यही तरीका है, जिससे आप एथलीटों को प्रोत्साहित कर रहे हैं?”
मनू के पिता ने आगे कहा, “हमने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था, लेकिन समिति ने कुछ नहीं सुना। उन्होंने सवाल करते हुए कहा, ”माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिए क्यों प्रोत्साहित करेंगे? हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खेल मंत्रालय के एक स्रोत ने बताया कि नामांकित खिलाड़ियों के नाम की अंतिम सूची अभी जारी होना बाकी है।
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