Type 076 Sichuan: चीन ने अपना अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत लॉन्च किया है, जिसे सिचुआन नाम दिया गया है। यह टाइप 076 एम्फीबियस अटैक शिप है (Type 076 Sichuan) और इसे 27 दिसंबर को लॉन्च किया गया। यह जहाज दुनिया के सबसे बड़े युद्धपोतों में से एक माना जा रहा है।
इसका आकार भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर जैसा है, लेकिन इसकी खासियत यह है कि इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एयरक्राफ्ट लॉन्च सिस्टम (EMALS) है। यह तकनीक भारी विमानों को आसानी से लॉन्च करने में मदद करती है। इस लॉन्चिंग से पहले, चीन ने अपनी छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली उड़ान भी सफलतापूर्वक पूरी की थी।
अक्टूबर 2023 से चल रहा था निर्माण
चीन ने अपने दक्षिण-पश्चिमी प्रांत सिचुआन (Sichuan) के नाम पर बने एक नए जहाज को लॉन्च किया है। इसे शंघाई के चांगक्सिंग द्वीप पर हुडोंग-झोंगहुआ शिपयार्ड में औपचारिक रूप से पेश किया गया। पतवार संख्या “51” वाले इस जहाज का निर्माण अक्टूबर 2023 से चल रहा था। इस लॉन्च कार्यक्रम में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLA नेवी) के वरिष्ठ अधिकारी, सिचुआन प्रांत की सरकार के प्रतिनिधि, चाइना स्टेट शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन (सीएसएससी) के अधिकारी, और इस प्रोजेक्ट से जुड़े डिज़ाइनर और निर्माण कर्मी शामिल हुए।
टाइप 076 एम्फीबियस अटैक शिप में क्या है ख़ास
Très attendue avant la fin de l’année, la mise à flot du navire de tête de la classe #Type076, une nouvelle génération de porte-hélicoptères et porte-drones d’assaut amphibie de la marine chinoise, a eu lieu ce matin au chantier naval Hudong, à Shanghai.
Selon le communiqué… pic.twitter.com/4izFlyI0DO
— East Pendulum (@HenriKenhmann) December 27, 2024
चीन की पीएलए नेवी के बयान के अनुसार, उनके नए जहाज “सिचुआन” का वजन 40,000 टन से अधिक है। इसकी तुलना में भारत का नया एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant), 45,000 टन का है और इसमें अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
इसमें दो आइलैंड वाला सुपरस्ट्रक्चर, अरेस्टिंग गियर, और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापल्ट जैसे फीचर्स हैं, जो इसे फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट को आसानी से लॉन्च और लैंड करने में सक्षम बनाते हैं।
यह जहाज फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर और एम्फीबियस उपकरणों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सिचुआन को चीन अपनी समुद्री सुरक्षा रणनीति के अहम युद्धपोत के तौर पर देखता है।
स्टील्थी यूसीएवी युद्धपोत पर होंगे तैनात
China has launched the ‘Sichuan,’ the first of its next-gen Type 076 amphibious assault ships. #China #PLAN #NavalPower #Sichuan #Type076 #amphibious #assaultShips
With a 40,000+ ton displacement and advanced tech like an electromagnetic catapult, it boosts the PLAN’s ability… pic.twitter.com/17x4O8n5lK
— Ivan Kircanski (@KircanskiIvan) December 27, 2024
सिचुआन युद्धपोत के एयर विंग में आधुनिक मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) शामिल होने की संभावना है, जिनमें स्टील्थी अनक्रूड कॉम्बैट एयर व्हीकल्स (यूसीएवी) भी होंगे। जून 2024 में, चांगक्सिंग द्वीप के पास एक परीक्षण स्थल पर जीजे-11 शार्प स्वॉर्ड यूसीएवी या उसके किसी वेरिएंट का मॉकअप देखा गया था। यह इशारा करता है कि ये ड्रोन जहाज के संचालन में अहम भूमिका निभा सकते हैं। पीएलए नौसेना के अनुसार, सिचुआन को अब उपकरणों की फिटिंग और फाइन-ट्यूनिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके बाद आने वाले महीनों में मूरिंग टेस्ट और समुद्री परीक्षण किए जाएंगे।
चीन के पास तीन एम्फीबियस जहाज
चीन की नौसेना (पीएलए नेवी) तीन टाइप 075 उभयचर हमला जहाजों का संचालन करती है, जिनके नाम हैनान, गुआंग्शी और अनहुई प्रांतों के नाम पर रखे गए हैं। ये जहाज हुडोंग-झोंगहुआ शिपयार्ड में बनाए गए हैं। इनका वजन करीब 40,000 टन है और ये हेलीकॉप्टर, लैंडिंग क्राफ्ट, टैंक और बख्तरबंद वाहन ले जाने में सक्षम हैं।
दुनिया का पहला जहाज जो EMALS तकनीक का करेगा उपयोग
इस पोत का लॉन्च चीन की नौसेना के लिए एक बड़ा कदम है। पीएलए नौसेना का कहना है कि सिचुआन क्षेत्र में एम्फीबियस अटैक शिप के जरिए उनकी ताकत और तेज़ी से कार्रवाई करने की क्षमता बढ़ेगी। सिचुआन दुनिया का पहला ऐसा जहाज है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक लॉन्च तकनीक का उपयोग करता है। इसकी मदद से यह J-15 जैसे हेलीकॉप्टर और लड़ाकू विमान आसानी से लॉन्च कर सकता है।
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