बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन 13 दिसंबर से लगातार जारी है। अब तक बिहार लोक सेवा आयोग ने छात्रों की मांगों पर कोई कदम नहीं उठाया है। री एग्जाम के लिए जहां प्रशांत किशोर ने सरकार को 2 जनवरी तक का समय दिया था, वहीं सांसद पप्पू यादव ने छात्रों के समर्थन में 3 जनवरी को बिहार बंद की घोषणा की है। इस बीच प्रशांत किशोर ने आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है।
बीपीएससी के अभ्यर्थियों के मुद्दे को लेकर प्रशांत किशोर गांधी मैदान में स्थित गांधी मूर्ति के पास आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। उनके साथ जनसुराज के कई नेता और छात्र भी शामिल हैं। इस दौरान, प्रशांत किशोर ने बताया कि उनकी चार प्रमुख मांगें हैं, जिन पर अभी तक सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक छात्रों की मांगें पूरी नहीं होतीं, वह अपना अनशन जारी रखेंगे।
प्रशांत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर अपने लगभग 150 कार्यकर्ताओं के साथ पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास धरना दे रहे हैं। पटना जिला प्रशासन ने बताया कि पटना हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार धरना-प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग को स्थान तय किया गया है। पिछले सात सालों से सभी राजनीतिक दल अपनी मांगों को लेकर इसी स्थान पर धरना-प्रदर्शन करते आए हैं। लेकिन प्रशांत किशोर ने बिना अनुमति के गांधी मैदान पर धरना दिया है, जो कि कानून के खिलाफ है। इस कारण उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और नोटिस भेजा जा रहा है।
3 जनवरी को बिहार बंद का एलान
बिहार बंद के दौरान बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों और राजमार्गों पर वाहनों को रोका जाएगा। 13 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं परीक्षा के लिए 925 केंद्रों पर पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी। इस दौरान पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ी पाई गई, जिसके बाद उस केंद्र की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद, अभ्यर्थियों ने पूरे बिहार में परीक्षा रद्द करने की मांग शुरू कर दी। हालांकि, उस रद्द परीक्षा को 4 जनवरी को फिर से आयोजित किया जाएगा। मुख्य सचिव ने आंदोलनकारियों से बातचीत की थी, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
29 दिसंबर को हुआ था लाठीचार्ज
आंदोलन कर रहे छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर 4 जनवरी को होने वाली परीक्षा रद्द नहीं की जाती, तो वे किसी भी हालत में एक सेंटर पर परीक्षा नहीं होने देंगे। रविवार को पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। इस लाठीचार्ज के बाद जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की भी आलोचना हुई। दरअसल, प्रशांत किशोर के बुलावे पर छात्र गांधी मैदान पहुंचे थे, लेकिन लाठीचार्ज से पहले ही वह वहां से चले गए थे।
इस घटना के बाद 21 नामजद और 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें कई छात्र नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। एफआईआर में प्रशांत किशोर, उनके पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती और जन सुराज पार्टी के अन्य नेताओं को भी आरोपी बनाया गया है। इस मामले में सांसद पप्पू यादव ने छात्रों के साथ मिलकर मुख्य सचिव से मुलाकात की और कार्रवाई की मांग की है।
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