HMPV in China: नए साल 2025 में चीन में कोविड जैसे वायरस का प्रकोप फ़ैल रहा है। HMPV नाम का यह वायरस पांच साल पहले विश्व भर में कोविड द्वारा फैलाई गयी तबाही की याद दिला (HMPV in China) रहा है। गौरतलब है कि 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत में कोविड-19 वायरस ने विश्व भर में बड़ी तबाही फैलाई थी। Covid-19 की उत्पत्ति और शुरुआत चीन से ही हुई थी।
चीन में फ़ैल रहा है ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस
ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) नामक यह वायरस चीन में फैल रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन में एचएमपीवी के (HMPV in China) मामले बढ़ रहे हैं, खासकर उत्तरी प्रांतों के 14 साल से कम उम्र के लोगों में। स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच, इस बात पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या यह वायरस भारत को प्रभावित करेगा, या COVID-19 दिनों को वापस लाएगा।
एचएमपीवी के लक्षण काफी हद तक कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं। अभी तक इस वायरस से पीड़ित लोग सिर्फ चीन में सामने आये हैं। ऐसा नहीं कि 2025 में पहली एचएमपीवी के मामले सामने आए हैं। 2011-12 के आसपास, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोप में एचएमपीवी के कई मामले सामने आए थे।
एचएमपीवी के लक्षण और कैसे फैलता है ये वायरस?
एचएमपीवी के लक्षण (HMPV Symptoms) सामान्य सर्दी या फ्लू के समान होते हैं, जैसे हल्का बुखार, नाक बहना और खांसी। मानव मेटान्यूमोवायरस (Human metapneumovirus) भी फोमाइट जनित है, जिसका अर्थ है कि यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में या संक्रमित सतह से एक व्यक्ति में फैलता है। यह निकट संपर्क से, जैसे संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने से, संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से फैल सकता है। दूषित सतहों को छूने और फिर चेहरे (मुंह, नाक या आंखों) को छूने से भी एचएमपीवी फैल सकता है।
एचएमपीवी संक्रमण को कैसे रोकें?
-जब भी बाहर से घर आएं तो साबुन से हाथ धोएं।
-बिना धोए हाथों से आंख, नाक या मुंह को छूने से बचें।
-संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखें। यदि आप वायरस के समान लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो अलगाव बनाए रखें।
-छींकते समय लोगों को अपने हाथ और मुंह ढक लेना चाहिए।
-संक्रमित लोगों के साथ कप और खाने के बर्तन साझा करने से बचें
-बीमार होने पर घर पर ही रहें
-बाहर जाने पर मास्क पहने
एचएमपीवी से भारत को सावधान रहने की जरुरत
भारत को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि श्वसन संक्रमण पैदा करने वाला वायरस एचएमपीवी (Human metapneumovirus in China) कथित तौर पर चीन में फैल रहा है। Covid -19 के समान, एचएमपीवी मुख्य रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण पैदा होते हैं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों में। हालांकि यह कोविड-19 जितना गंभीर नहीं है, लेकिन इसका चीन में तीव्र संचरण भारत में भी चिंता पैदा कर रहा है। हमें यह भूलने की जरुरत नहीं है कि चीन से उत्पन्न Covid ने भारत में दो वर्षों तक कैसी तबाही मचाई थी।
भारत को सीमाओं पर निगरानी बढ़ाना, परीक्षण करना और श्वसन संबंधी बीमारियों की प्रवृत्ति की निगरानी करना आवश्यक है। मास्क पहनने और हाथ धोने सहित स्वच्छता प्रथाओं का सार्वजनिक पालन, प्रसार को रोक सकता है। स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने और वैक्सीन अनुसंधान की तैयारी बनाए रखने से जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी यदि वायरस विश्व स्तर पर गति पकड़ता है।
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