महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है। हाल ही में शिवसेना विधायक संजय गायकवाड ने जनता को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया, जिसने विवादों को जन्म दे दिया है। उन्होंने मतदाताओं पर वोट बेचने का आरोप लगाते हुए काफी तीखी बातें कहीं। यह बयान एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया था और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गायकवाड ने इस दौरान जनता से कहा कि वे चुनाव में शराब, मटन और कुछ पैसे लेकर वोट बेच देते हैं। आइए, जानते हैं इस पूरे विवाद के बारे में।
‘तुम सब शराब, मटन, पैसे में बिकते हो’ – संजय गायकवाड
शिवसेना के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड एक सार्वजनिक कार्यक्रम में काफी गुस्से में नजर आए। उन्होंने वहां मौजूद लोगों को फटकारते हुए कहा, “आप मुझे एक वोट तक नहीं दे सकते, लेकिन आपको तो बस शराब, मटन चाहिए। हजार-दो हजार रुपए में बिक जाते हो।” गायकवाड ने यह भी कहा कि वह अपने क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास कार्य कर चुके हैं, फिर भी लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया। गायकवाड की यह नाराजगी उनके हारने के बाद सामने आई है, और इसका असर उनकी भाषा पर भी दिखा।
फक्त दारू मटण पैसे दोन दोन हजारात विकले गेले
ह्यांच्या पेक्षा रां***** बऱ्याशिंदे गटाचे आमदार संजय गायकवाड ह्यांनी ही मुक्ताफळे उधळली आहेत.
— SΔT∇IҜ ∇ΣΣR SUΠDΣR βHΔU 🙏🏻 (@Sundarspeak57) January 5, 2025
चुनाव में गायकवाड को मिली थी कड़ी टक्कर
संजय गायकवाड के लिए इस बार चुनाव आसान नहीं था। 2025 के विधानसभा चुनाव में गायकवाड को कड़ी टक्कर मिली थी, और उन्हें महज 841 वोटों से जीत मिली। इससे पहले 2019 में वह 26,000 वोटों से जीत चुके थे। इस बदलाव ने गायकवाड को गुस्से में ला दिया, और उनकी नाराजगी इस बयान के रूप में सामने आई। वे यह जताने की कोशिश कर रहे थे कि उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों के बावजूद, जनता ने उनका समर्थन नहीं किया।
पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं गायकवाड
गायकवाड का यह बयान कोई पहला विवादित बयान नहीं है। इससे पहले भी वे कई बार ऐसे बयान दे चुके हैं, जिनकी काफी आलोचना हो चुकी है। एक बार तो उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ भी एक विवादित बयान दिया था। गायकवाड ने राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। इस बयान के बाद भी वे विवादों में घिर गए थे और उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
क्या गायकवाड का यह बयान शिवसेना के लिए मुश्किल बन सकता है?
शिवसेना के लिए यह समय थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। महाराष्ट्र में महायुति सरकार तो बन चुकी है, लेकिन अब गायकवाड के बयान ने पार्टी की छवि को भी दांव पर लगा दिया है। अगर इस तरह के बयान पार्टी के नेताओं द्वारा आते रहे, तो यह पार्टी की राजनीति को नुकसान पहुंचा सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि गायकवाड का यह बयान कहीं न कहीं आने वाले चुनावों पर असर डाल सकता है।
जनता से नाराज क्यों हैं गायकवाड?
गायकवाड का यह गुस्सा इस बात पर था कि चुनावी प्रचार में उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी, लेकिन फिर भी जीतने में मुश्किल आई। उनके लिए यह स्थिति समझना आसान नहीं था, क्योंकि उन्होंने अपने क्षेत्र में काफी काम किए थे और उम्मीद की थी कि लोग इस काम के बदले उन्हें वोट देंगे। लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो उनकी नाराजगी सामने आ गई।