मंगलवार तड़के, नेपाल, चीन और तिब्बत सहित भारत के कई राज्यों में तेज भूकंप के झटके महसूस हुए। नेपाल में भूकंप की वजह से बिहार में भी धरती डोलने लगी। बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, बेगूसराय, मुंगेर, शिवहर और सारण में भूकंप के झटके साफ महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 रही और इसका केंद्र चीन के नियंत्रण वाले तिब्बत में था।
तिब्बत था भूकंप का epicenter
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, तिब्बत के शिजांग इलाके में भूकंप आया। इसके झटके नेपाल और भारत के बिहार, असम और सिक्किम में भी महसूस किए गए। इसके अलावा, बंगाल के मालदा और कुछ अन्य क्षेत्रों में भी धरती हिली। तिब्बत में अब भी रुक-रुक कर भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं।
स्थानीय निवासी ने क्या बोला?
एएनआई से बात करते हुए मीरा अधिकारी नामक एक निवासी ने बताया कि जब भूकंप आया, तब वह सो रही थीं। उन्होंने महसूस किया कि बिस्तर हिल रहा था और उन्हें लगा कि उनका बच्चा बिस्तर हिला रहा है। पहले तो उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब खिड़की भी हिलने लगी, तो उन्हें समझ में आया कि यह भूकंप हो सकता है। फिर उन्होंने तुरंत अपने बच्चे को आवाज़ दी और दोनों घर से बाहर निकलकर खुले मैदान में आ गए। वह अभी भी डर के मारे कांप रही हैं और पूरी तरह से सदमे में हैं।
एक अन्य निवासी बिप्लोव अधिकारी ने बताया कि वे शौचालय में थीं, तभी उन्होंने देखा कि दरवाजा हिल रहा था। जैसे ही भूकंप का अहसास हुआ, उन्होंने जल्दी से नीचे खुली जगह पर आकर सुरक्षित महसूस किया। उनकी मां भी डर गई थीं।
भूकंप आने का कारण?
पृथ्वी की चार मुख्य परतें होती हैं – इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट। जानकारी के मुताबिक, पृथ्वी के नीचे स्थित प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं या खिसकती हैं, तो पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन होता है, जिसके कारण भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
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