Indonesia joins BRICS: 2009 में शुरू हुआ ब्रिक्स अब बड़ा होता जा रहा है। सोमवार को ब्राजील ने घोषणा की कि दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश, इंडोनेशिया, को इसमें शामिल कर लिया गया है।
इस खबर से पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है, क्योंकि वह भी लंबे समय से ब्रिक्स में शामिल होने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान कई बार चीन से मदद मांग चुका है, लेकिन उसकी यह कोशिश अब तक सफल नहीं हुई है।
इंडोनेशिया ब्रिक्स का बना 11वां सदस्य
ब्राजील ब्रिक्स का 11वां सदस्य बन गया है। इससे पहले ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स में शामिल किया गया था। इंडोनेशिया को ब्रिक्स में शामिल करने का फैसला 2023 में जोहान्सबर्ग सम्मेलन में लिया गया था।
ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम ब्रिक्स में इंडोनेशिया का स्वागत करते हैं। दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और आबादी वाला यह देश अन्य ब्रिक्स सदस्यों के साथ मिलकर वैश्विक संस्थाओं में सुधार का समर्थन करेगा।”
ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स का सम्मेलन होगा आयोजन
इस साल ब्रिक्स की अध्यक्षता ब्राजील कर रहा है। जुलाई में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स का सम्मेलन आयोजित होगा। इस बार की थीम “ग्लोबल साउथ” है। इसका मुख्य फोकस सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक पेमेंट गेटवे तैयार करना है।
पिछले नवंबर में रूस में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में गैर-डॉलर लेनदेन और लोकल करेंसी को मजबूत करने पर चर्चा हुई थी। लेकिन इस पहल पर अमेरिका नाराज हो गया था। डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।
ब्रिक्स की कहानी
ब्रिक्स (BRICS) की शुरुआत 2009 में हुई, जब ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने मिलकर इसे बनाया। इसका पहला समिट रूस के येकातेरिनबर्ग में हुआ था। 2010 में न्यूयॉर्क में हुई सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में यह तय हुआ कि साउथ अफ्रीका को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
2011 में साउथ अफ्रीका ने सान्या (चीन) में हुए ब्रिक्स समिट में पहली बार हिस्सा लिया। 2024 में इसमें पांच और देश—इजिप्ट, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई—शामिल कर लिए गए। ब्रिक्स की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। पाकिस्तान भी चीन की मदद से इसका हिस्सा बनने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसकी कोशिशें अब तक सफल नहीं हो पाई हैं।