केंद्र की इन योजनाओं का बड़ा असर, 10 सालों में महिला वोटर्स की संख्या हुई लगभग दोगुनी

देश की राजधानी दिल्ली में इस समय चुनावी माहौल है। लेकिन इस बीच महिला वोटर्स को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल सरकारी योजनाओं के कारण बीते 10 सालों में महिला वोटर्स की संख्या में बढ़ा इजाफा देखने को मिला है। एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक 2014 लोकसभा चुनाव से 2024 लोकसभा चुनाव के बीच महिला वोटर्स की संख्या बढ़ी है। आज हम आपको बताएंगे कि किन कारणों से महिला वोटर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।

2014 से 2024 के बीच वोटर्स की संख्या में बड़ा उछाल

देश की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को लेकर एक अच्छी रिपोर्ट सामने आई है। एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक बीते 10 सालों में केंद्रीय सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने के कारण महिलाओं ने बढ़चढ़ कर मतदान किया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2014 में कुल मतदाताओं की संख्या 83.4 करोड़ थी, जो 2024 लोकसभा चुनाव में बढ़कर 97.8 करोड़ हो गई है। इन 10 सालों में महिला वोटर्स की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है।

100 पुरुष वोटर्स पर 95 महिला वोटर्स

एसीबीआई की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र की महिलाओं से जुड़ी सरकारी योजनाओं के कारण 2014 से 2024 के बीच महिला वोटर्स की संख्या लगभग पुरुषों के बराबर पहुंच चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में अब 100 पुरुष वोटर्स पर 95 महिला वोटर्स हैं।

90 मिलियन लोगों ने किया मतदान

देश में 2014 लोकसभा चुनाव से लेकर 2024 लोकसभा चुनाव के बीच 90 मिलियन से अधिक वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। इन आंकड़ों में सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें लगभग 58% महिलाएं वोटर्स थी, यानी लगभग 5.3 करोड़ महिला मतदाताओं ने वोट किया है।

योजनाओं का लाभ मिलने पर महिलाओं ने दिया वोट

देश में बीते 10 सालों में महिलाओं के वोट पर्सेंट बढ़ने के पीछे सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सरकार के कई महिला केंद्रित योजनाओं के कारण महिला वोटर्स की संख्या बढ़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक 45 लाख महिलाएं साक्षरता में वृद्धि के कारण मतदाता बनी हैं। वहीं 36 लाख महिलाओं ने रोजगार और मुद्रा योजना की वजह से मतदान किया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिलने के कारण 20 लाख महिलाओं ने मतदान किया है। इतना ही नहीं स्वच्छता, बिजली और पानी की पहुंच में सुधार के कारण 21 लाख महिलाओं ने मतदान किया है।

जिन राज्यों में योजनाएं नहीं पहुंची वहां महिला वोटर्स कम?

रिसर्च में एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि जिन राज्यों में 2019 के बाद केंद्रीय योजनाएं अच्छे से लागू नहीं हुई हैं या महिलाओं को उसका लाभ नहीं मिला है। वहां पर महिला वोटर्स की संख्या में कमी आई है। देश के जिन 19 राज्यों में महिलाओं को केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिला है, वहां 2019 के बाद महिला वोटर्स की संख्या में 7.8 लाख की बढ़ोतरी हुई है। जिन राज्यों में योजना अच्छे से लागू नहीं हुई है, वहां सिर्फ 2.5 लाख महिला वोटर्स बढ़ी हैं।

ये भी पढ़ें:महिलाओं के लिए स्कीम,जनता को 300 यूनिट, मंदिरों को 500 यूनिट फ्री बिजली समेत… बीजेपी कर सकती है ये घोषणाएं