अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक बड़ी कानूनी चुनौती सामने आ चुकी है। न्यूयॉर्क की अदालत ने उन्हें हश मनी मामले में दोषी ठहराया है, और अब इस मामले में उनकी सजा सुनाई जाने वाली है। 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप पर आरोप था कि उन्होंने एक पॉर्न स्टार को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे। सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह सजा ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की राह में कोई अड़चन डाल सकती है?
हश मनी मामला क्या है?
अब आपको बताते हैं कि यह हश मनी मामला आखिर है क्या? यह मामला 2016 का है, जब ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। उन पर आरोप था कि उन्होंने एक पोर्न स्टार, स्टॉर्मी डेनियल्स, को चुनाव के दौरान चुप रहने के लिए पैसे दिए थे। यह पैसे उनहोंने एक समझौते के तहत दिए थे, ताकि चुनाव से पहले यह विवाद सार्वजनिक न हो। न्यूयॉर्क की कोर्ट ने ट्रंप को इस मामले में दोषी ठहराया है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि ट्रंप को कितनी सजा दी जाएगी।
क्या सजा के बाद ट्रंप का राष्ट्रपति बनना मुश्किल हो जाएगा?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या ट्रंप को मिलने वाली सजा उनके राष्ट्रपति बनने के रास्ते में कोई रुकावट डाल सकती है? 20 जनवरी को ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति पद की दूसरी बार शपथ लेनी है। अगर इस सजा से उनकी छवि पर असर पड़ता है, तो उनकी चुनावी यात्रा में भी मुश्किलें आ सकती हैं। हालांकि, यह पहली बार होगा जब कोई निर्वाचित राष्ट्रपति पहले से सजायाफ्ता होगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि सजा का ट्रंप के शपथ ग्रहण पर क्या असर पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट में ट्रंप की याचिका: क्या होगा अगला कदम?
सजा की घोषणा से पहले ट्रंप ने इसे रुकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने फैसला दिया कि न्यूयॉर्क की अदालत ट्रंप को सजा सुनाने का अधिकार रखती है। हालांकि, यह मामला तब और विवादित हो गया, जब एक जज सैमुअल एलीटो और ट्रंप के बीच बातचीत की खबर सामने आई। एलीटो ने स्वीकार किया कि उन्होंने ट्रंप से फोन पर बात की थी, लेकिन उनका कहना था कि यह बात सिर्फ एक स्टाफ सदस्य के लिए थी। इस विवाद के बावजूद, जज ने ट्रंप के खिलाफ फैसला दिया।
क्या बाइडेन प्रशासन का ट्रंप के खिलाफ कोई इरादा है?
यह मामला अमेरिकी राजनीति में काफी गर्माया हुआ है। बाइडेन प्रशासन इस वक्त ट्रंप को लेकर किसी भी मौके को नहीं छोड़ना चाहता। राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके समर्थक यह चाहते हैं कि ट्रंप की छवि और राजनीतिक करियर पर इस सजा का असर पड़े। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि जजों के फैसले में राजनीति हो रही है और वे उनके खिलाफ काम कर रहे हैं।
इस सजा का एक और पहलू यह है कि यह ट्रंप के समर्थकों और विरोधियों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है। अगर सजा के बाद ट्रंप को राष्ट्रपति बनने में कोई रुकावट आती है, तो यह पूरी अमेरिकी राजनीति में तूफान खड़ा कर सकता है।
सजा के बाद ट्रंप का अगला कदम क्या होगा?
अगर ट्रंप को सजा मिलती है, तो उनके पास अपील करने का विकल्प होगा। यानी, वे इस फैसले को चुनौती दे सकते हैं। अगर ट्रंप अपील करते हैं और अदालत उनका पक्ष लेती है, तो उनके राष्ट्रपति बनने की राह फिर से आसान हो सकती है। दूसरी तरफ, ट्रंप इसे अपनी राजनीतिक ताकत के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। वे इस सजा को अपने विरोधियों के खिलाफ एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करेंगे, और यह भी हो सकता है कि वे इसे अपने समर्थकों के बीच अपनी छवि को और मजबूत करने के लिए प्रचारित करें।
क्या ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर कोई कानूनी संकट आएगा?
अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई निर्वाचित राष्ट्रपति पहले से सजा पाएगा। अब सवाल यह है कि इस सजा का उनके राष्ट्रपति बनने पर क्या असर होगा? क्या यह सजा ट्रंप के राजनीतिक करियर को खत्म कर देगी? फिलहाल इस पर कोई साफ जवाब नहीं है, लेकिन यह जरूर कह सकते हैं कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के रास्ते में यह एक बड़ा संकट बन सकता है।
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