IMD 150th anniversary

IMD की 150वीं वर्षगाठ पर भारत कर रहा भव्य आयोजन, बांग्लादेश ने आने से किया इनकार

बांग्लादेश लगातार भारत के साथ अपने रिश्ते खराब कर रहा है और अब वह पाकिस्तान की तरह कदम उठा रहा है। हाल ही में भारत में होने वाले जजों के सम्मेलन के बाद, ढाका ने नई दिल्ली में होने वाले एक और कार्यक्रम में हिस्सा लेने से मना कर दिया है। इससे दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़ सकता है। बांग्लादेशी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने सरकारी खर्च पर विदेश यात्रा पर पाबंदियां लगा दी हैं, इसलिए वे भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की 150वीं वर्षगांठ के समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।

IMD की 150वीं वर्षगांठ के समारोह का दिया था निमंत्रण 

बांग्लादेश मौसम विभाग (बीएमडी) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने बताया कि भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने उन्हें अपनी 150वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया था। उन्होंने कहा, “हमारे उनके साथ अच्छे रिश्ते हैं और दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा।”

हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे। इस्लाम ने कहा, “सरकारी खर्चों पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं को कम करना हमारी जिम्मेदारी है।”

उन्होंने भारत और बांग्लादेश के मौसम विभागों के बीच नियमित संपर्क पर जोर दिया और बताया कि हाल ही में 20 दिसंबर 2024 को भारत की यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय मौसम वैज्ञानिकों के साथ एक अलग बैठक की थी।

कितने देशों को भारत ने भेजा है निमंत्रण?

आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) ने एक विशेष आयोजन के लिए पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव के साथ-साथ मध्य एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को आमंत्रित किया है।

आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने उन सभी देशों को इस कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है, जो 150 साल पहले आईएमडी की स्थापना के समय भारत का हिस्सा थे।”

पाकिस्तान ने इस कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि कर दी है, लेकिन बांग्लादेश की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।

1875 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित हुआ आईएमडी 

आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) की स्थापना 1875 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। इसका मकसद उन विनाशकारी मौसमी घटनाओं से निपटना था, जो देश में लगातार हो रही थीं। जैसे, 1864 में कोलकाता में आए भीषण चक्रवात और 1866 व 1871 के मानसून से जुड़ी आपदाएं।

शुरुआत में इसका मुख्यालय कोलकाता में था, लेकिन बाद में इसे कई बार स्थानांतरित किया गया। 1905 में शिमला, फिर 1928 में पुणे और आखिरकार 1944 में दिल्ली में इसका मुख्यालय स्थापित किया गया। आईएमडी अब 15 जनवरी, 2025 को अपनी 150वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है।

 

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