Russia Ukraine War: केरल के बिनिल टी बी की रूस-यूक्रेन जंग में मौत, सदमे में परिवार

रूस-यूक्रेन जंग से जुड़ी एक खबर ने केरल के एक गांव को गमगीन कर दिया है। त्रिशूर जिले के वडक्कंचेरी के रहने वाले बिनिल टी बी (32 साल) की रूसी सेना में सेवा देते हुए मौत हो गई। उनके साथ जैन टी के नाम का एक और भारतीय नागरिक घायल हो गया है। जैन (27 साल) फिलहाल मास्को के एक अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

ड्रोन हमले में हुई बिनिल की मौत

बिनिल और जैन रूसी सेना में शामिल होकर यूक्रेन के खिलाफ जंग में मोर्चा संभाल रहे थे। कुछ दिन पहले इनके परिवार को एक संदेश मिला कि दोनों पर ड्रोन हमले में चोटें आई हैं। बाद में बिनिल की मौत की खबर आई। उनके परिवार में शोक की लहर है।

विदेश मंत्रालय ने दिया बयान

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मंत्रालय ने कहा, “हमें यह दुखद खबर मिली है कि केरल के एक भारतीय नागरिक की रूस-यूक्रेन युद्ध में मौत हो गई। एक अन्य नागरिक घायल है, जिसका इलाज चल रहा है। हम मृतक के परिवार के साथ हैं और हर संभव सहायता देंगे।”

रूस में भारतीय दूतावास का दखल

मास्को में भारतीय दूतावास ने रूसी अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है। मंत्रालय ने बताया कि बिनिल का शव भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही जैन टी के को जल्द छुट्टी दिलाकर भारत भेजने की कोशिश हो रही है।

रूसी सेना में भारतीय क्यों?

आर्थिक तंगी और रोजगार की तलाश में भारतीय नागरिक रूस की सेना में भर्ती हो रहे हैं। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने रूसी सरकार से कहा है कि ऐसे सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत कार्यमुक्त किया जाए। इस मुद्दे पर रूस से लगातार चर्चा हो रही है।

बिनिल के परिवार का क्या कहना है?

बिनिल के परिवार वालों ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें मैसेज मिला था कि दोनों युवक घायल हो गए हैं। लेकिन बाद में बिनिल की मौत की खबर आई। परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। जैन के परिवार को उनके जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद है।

भारत वापसी की प्रक्रिया जारी

मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि बिनिल के पार्थिव शरीर को जल्द भारत लाया जाएगा। इसके लिए रूसी अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। वहीं, जैन की वापसी और उनके इलाज को लेकर भी प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

रूस-यूक्रेन जंग का भारतीयों पर असर

यह पहली बार नहीं है जब रूस-यूक्रेन जंग में भारतीयों का नाम सामने आया है। सरकार ने बार-बार नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसी गतिविधियों से दूर रहें जो उनकी जान को खतरे में डाल सकती हैं।

अब क्या करें सरकार?

विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को ऐसे मामलों में कड़ा कदम उठाना चाहिए। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी इस मुद्दे को उठाने की जरूरत है।

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