राहुल गांधी बयान

राहुल अपने ‘मानसिक संतुलन’ की कराए जांच, हरदीप पूरी ने नेता प्रतिपक्ष पर साधा निशाना

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर दिए गए बयानों से राजनीति गर्मा गई है। कई भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता हरदीप पुरी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। बिना किसी खास बयान का जिक्र किए, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपनी मानसिक स्थिरता की जांच करवानी चाहिए।

गौरव भाटिया ने राहुल पर किया तीखा हमला 

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनकी टिप्पणी को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि हमारे पास एक अपरिपक्व नेता प्रतिपक्ष है। भारत को एक जिम्मेदार और वफादार नेता प्रतिपक्ष की जरूरत है।

प्रेस कांफ्रेंस में भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, फिर भी वह यह कहते हैं कि वह भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष का नेतृत्व एक ऐसे नेता के हाथों में है, जो जॉर्ज सोरोस जैसी ताकतों का समर्थन करता है, जो हमारे देश की एकता के खिलाफ काम कर रही हैं।

भाटिया ने आगे कहा कि राहुल गांधी के शब्द और उनके किए गए कार्य देश की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाते हैं। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने ऐसा किया है। जो ताकतें देश के खिलाफ हैं, वह उनसे फंडिंग लेकर ऐसे बयान देते हैं। राहुल गांधी देश के नेता हैं, और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो कहा, वह पूरे देश के नागरिकों की भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करता है।

कांग्रेस उन ताकतों के साथ है जो भारत को कमजोर देखना चाहती हैं: नड्डा 

भा.ज.पा. के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हमेशा उन ताकतों के साथ संबंध रहा है जो भारत को कमजोर देखना चाहती हैं। उनका कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा उन ताकतों को बढ़ावा दिया है जो देश की ताकत को कम करना चाहती हैं। सत्ता के लिए उनकी लालच ने देश की एकता से समझौता किया और लोगों के विश्वास को तोड़ा है। लेकिन, भारत के लोग समझदार हैं। उन्होंने ठान लिया है कि वे राहुल गांधी और उनकी गलत विचारधारा को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।

सीतारमण ने भी खोला राहुल के खिलाफ मोर्चा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भारतीय संविधान को अपने हाथ में क्यों ले कर घूम रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में हैरानी जताई कि जो नेता प्रतिपक्ष थे और जिन्होंने संविधान की शपथ ली थी, वही अब यह कह रहे हैं कि वे भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी का बयान 

यह ध्यान देने वाली बात है कि भाजपा नेताओं के बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह मत सोचिए कि हम पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर आप यह मानते हैं कि हम भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो आपको समझना होगा कि उन्होंने देश की लगभग सभी महत्वपूर्ण संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। अब हमारी लड़ाई सिर्फ भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था से है। यह बयान राहुल गांधी ने पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ के उद्घाटन के दौरान दिया था।

चुनाव आयोग क्या बोले राहुल 

राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव में कुछ गड़बड़ी हुई है। उन्हें चुनाव आयोग के काम करने के तरीके पर संदेह है। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच अचानक लगभग एक करोड़ नए मतदाता कैसे सामने आए, ये एक बड़ा सवाल है। चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह विधानसभा चुनाव के लिए मतदान करने वालों की नाम और पते वाली मतदाता सूची सार्वजनिक करे, लेकिन चुनाव आयोग ने इस जानकारी को देने से इनकार कर दिया है। आखिर चुनाव आयोग मतदाता सूची को पारदर्शी क्यों नहीं बनाना चाहता? इसका क्या कारण है और वे इसे क्यों रोक रहे हैं? चुनाव आयोग का यह कर्तव्य बनता है कि वह चुनाव में पारदर्शिता बनाए रखे और यह बताएं कि ऐसा क्यों हो रहा है।

 

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