Bathynomus Vaderi

वियतनाम में मिला एक अनोखा समुद्री जीव, शोधकर्ता देख रह गए दंग

वियतनाम में गहरे समुद्र में रहने वाले एक नए जीव की खोज हुई है, जिसे “बाथिनोमस वेडेरी” नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों ने इसे यह नाम इसलिए दिया क्योंकि इसका सिर “स्टार वार्स” फिल्म के खलनायक डार्थ वेडर के हेलमेट जैसा दिखता है।

यह जानकारी ज़ूकीज़ नाम की एक पत्रिका में प्रकाशित हुई है। शोध में बताया गया है कि इस जीव की शारीरिक बनावट दक्षिण चीन सागर में मिलने वाले अन्य बाथिनोमस जीवों से अलग है। वियतनाम में स्थानीय खाने और समुद्री जीवों की बढ़ती लोकप्रियता के बीच यह खोज काफी अहम मानी जा रही है।

कौन है बाथिनोमस वेडेरी? 

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, बाथिनोमस वेडेरी (जिसे अब बी. वेडेरी भी कहा जाता है) समुद्र में पाए जाने वाले विशाल कीड़ों में से एक है। ये आइसोपोड परिवार के सदस्य हैं और इनकी खासियत है इनका मजबूत, कवच जैसा बाहरी शरीर और सात जोड़ी पैर।

शोधकर्ताओं ने इन पर अध्ययन किया और पाया कि इनका सबसे बड़ा नमूना 1 किलोग्राम से ज्यादा वजन का था और इसकी लंबाई लगभग 32.5 सेंटीमीटर थी।

अध्ययन के सह-लेखक डॉ. कोनी सिदाबालोक का कहना है कि बाथिनोमस की शारीरिक बनावट उथले पानी में पाए जाने वाले अन्य छोटे आइसोपोड्स से मिलती-जुलती है। हालांकि, गहरे समुद्र में रहने वाले ये जीव आकार में काफी बड़े हो जाते हैं।

ज्यादातर आइसोपोड बहुत ही छोटे आकार के होते हैं, जिनकी लंबाई आमतौर पर 2.5 सेंटीमीटर (1 इंच) से भी कम होती है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सैन डिएगो के समुद्री जीव विज्ञान के प्रोफेसर एमेरिटस, डॉ. लन्ना चेंग ने बताया कि इतनी बड़ी आइसोपोड की खोज करना इसलिए खास है क्योंकि आकार में ऐसी असमानता आमतौर पर देखने को नहीं मिलती। हालांकि, डॉ. चेंग खुद इस शोध का हिस्सा नहीं थे।

Bathynomus Vaderi

दक्षिण चीन सागर में मिली ये प्रजाति

दक्षिण-मध्य वियतनाम के क्वी नॉन शहर के मछुआरे, दक्षिण चीन सागर में गहरे समुद्र में मछली पकड़ते समय, स्प्रैटली द्वीप समूह के पास एक दुर्लभ प्रजाति के जीव बी.वेडेरी को पकड़ने में सफल हुए।

इस जीव के अध्ययन से जुड़े वैज्ञानिक सिदाबालोक ने बताया कि यह समुद्री जीव समुद्र की गहराई में रहता है और मृत जानवरों को खाकर समुद्र की खाद्य श्रृंखला को बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, बी. वेडेरी पोषक तत्वों को पुनर्चक्रित करने का काम करता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका बड़ा आकार इसे समुद्र की गहराइयों में जीवित रहने में मदद करता है और अन्य जीवों के मुकाबले इसे एक बढ़त देता है। अध्ययन के मुताबिक, अब तक केवल 11 सुपरजाइंट और 9 विशाल बाथिनोमस प्रजातियां ही ज्ञात हैं। इनमें से कई प्रजातियों का औपचारिक विवरण अभी बाकी है।

बी.वेडेरी दक्षिण चीन सागर में खोजी गई दूसरी सुपरजाइंट आइसोपॉड प्रजाति है, जो इसे और भी खास बनाती है।

बी. वेडेरी की कुछ ऐसी है संरचना

Bathynomus Vaderi

एक अध्ययन में पता चला है कि बी.वेडेरी नाम के सुपरजाइंट आइसोपोड में एक खास बात है जो इसे अन्य आइसोपोड्स से अलग बनाती है। इसके पिछले पैरों का अंतिम हिस्सा पतला होता है और थोड़ा पीछे की ओर मुड़ता है, जो अन्य प्रजातियों में नहीं पाया गया।

इस विशेषता की पुष्टि करने के लिए, सिदाबालोक और उनकी टीम ने दुनिया के अलग-अलग देशों के संग्रहालयों से इस प्रजाति से जुड़े नमूनों की जांच की। उन्होंने इस काम के लिए अन्य विशेषज्ञों का सहयोग भी लिया।

इसके साथ ही, शोधकर्ताओं ने बी.वेडेरी के डीएनए का विश्लेषण किया। हालांकि, कई अन्य बाथिनोमस प्रजातियों के लिए पर्याप्त आनुवंशिक डेटा उपलब्ध नहीं होने की वजह से, पहचान प्रक्रिया में कुछ चुनौतियां सामने आईं।

अध्ययन में सामने आई ये जानकारी

हाल के वर्षों में, वियतनाम में बी. जेमसी जैसी बाथिनोमस प्रजातियाँ एक लोकप्रिय व्यंजन बन गई हैं, और इनके मांस की तुलना अक्सर झींगे से की जाती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि बाथिनोमस की लोकप्रियता हाल के समय में काफी बढ़ी है, क्योंकि मछुआरों ने इनकी काफी मछली पकड़कर बेची है। इस वजह से अब ये कीड़े आसानी से उपलब्ध हो गए हैं।

लेकिन इस बीच, शोधकर्ताओं ने इस मुद्दे पर चिंता जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाथिनोमस का प्रजनन बहुत धीमा होता है, क्योंकि ये सुपरजाइंट क्रस्टेशियन कम संख्या में अंडे देते हैं। यह धीमा प्रजनन दर उन्हें अत्यधिक मछली पकड़ने से और भी अधिक असुरक्षित बना देती है।

 

 

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