महाकुंभ में आग की घटना: पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर बात की, लिया घटनास्थल की जानकारी

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेला में आज सुबह एक बड़ी घटना सामने आई, जब मेला क्षेत्र के सेक्टर 19-20 में स्थित टेंट में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में 150 से 200 टेंट जलकर राख हो गए। सौभाग्य से, इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ। आग पर काबू पाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की और पूरी जानकारी ली। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही उचित कदम उठाए जाने चाहिए।

आग कैसे लगी?

आग का कारण सिलेंडर ब्लास्ट बताया जा रहा है। घटना के समय टेंट में रखे कुछ सिलेंडरों में धमाका हुआ, जिसके बाद आग फैल गई। धमाके के साथ ही आग ने पूरे टेंट को अपनी चपेट में ले लिया। सिलेंडर फटने से आग का फैलाव और भी तेज हो गया। इस दौरान टेंट के अंदर मौजूद कुछ सामान भी जल गए। लेकिन अच्छी बात यह रही कि इस आग में कोई घायल या मृत नहीं हुआ।

सीएम योगी ने तुरंत लिया एक्शन

सीएम योगी आदित्यनाथ महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में ही मौजूद थे। जैसे ही उन्हें आग लगने की खबर मिली, वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। सीएम ने राहत कार्यों का जायजा लिया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को तुरंत चिकित्सा सुविधा दी जाए। साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

पीएम मोदी ने फोन पर ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। पीएम मोदी ने सीएम से घटना की पूरी जानकारी ली और अधिकारियों से स्थिति पर नजर रखने को कहा। उन्होंने यह भी सलाह दी कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए भविष्य में और सख्त कदम उठाए जाएं। पीएम मोदी ने राहत कार्यों में तेजी लाने की भी बात की, ताकि आग से प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद मिल सके।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि इस घटना की गंभीरता को समझते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी स्थिति पर नजर रखी है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और प्रभावित श्रद्धालुओं को तुरंत इलाज की व्यवस्था की जा रही है। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और हर संभव मदद की जा रही है।

महाकुंभ में सुरक्षा इंतजाम

महाकुंभ के मेले में सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता है। यह मेला 10,000 एकड़ के इलाके में फैला हुआ है, जहां हर समय लाखों श्रद्धालु और साधु-संत मौजूद रहते हैं। प्रशासन ने यहां एकीकृत नियंत्रण कमान केंद्र (ICCC) स्थापित किया है, जिससे भीड़ और सुरक्षा पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस बार महाकुंभ में करीब एक करोड़ श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं और प्रतिदिन लगभग 20 लाख लोग यहां आते हैं। इसके बावजूद आज की घटना ने यह दिखा दिया कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने की जरूरत है।

महाकुंभ 2025 की स्थिति

महाकुंभ हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है और इस बार यह 13 जनवरी को शुरू हुआ है। यह मेला 45 दिनों तक चलेगा, यानी 25 फरवरी तक। अब तक सात करोड़ से ज्यादा लोग इस पवित्र स्नान में शामिल हो चुके हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर लोग आकर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। सरकार और प्रशासन ने इस मेले में सुरक्षा, स्वास्थ्य, और राहत कार्यों के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। आखिरकार, इस घटना के बाद प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए और भी बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है और प्रभावित श्रद्धालुओं की मदद की जा रही है।

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