विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर उत्साह जताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन इन रिश्तों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है।
ट्रंप प्रशासन भारत के साथ के रिश्तों को दे रहा प्राथमिकता
जब भारतीय पत्रकारों ने जयशंकर से डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में उन्हें दी गई अग्रिम पंक्ति की सीट के बारे में पूछा, तो उन्होंने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के साथ हमेशा अच्छा व्यवहार किया जाता है। इससे यह साफ होता है कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ रिश्ते को और मजबूत करने में रुचि रखता है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से काफी पहले ही फोन पर बातचीत की थी।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत से आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने की इच्छा जताई
नवनियुक्त अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने अपने कार्यकाल की पहली बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत के साथ आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने की इच्छा जताई। साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन अनियमित प्रवासन से जुड़े मुद्दों का हल निकालने पर ध्यान देगा।
रूबियो ने विदेश मंत्री का पदभार संभालने के बाद पहली द्विपक्षीय बैठक जयशंकर के साथ की। यह बैठक इस बात का संकेत है कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ मजबूत संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है। जयशंकर से यह मुलाकात क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद फागी बाटम मुख्यालय में हुई।
भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि बैठक के बाद रूबियो ने भारत के साथ आर्थिक रिश्ते मजबूत करने और अनियमित प्रवासन के मुद्दों को सुलझाने में ट्रंप प्रशासन की रुचि जाहिर की। दोनों देशों के राजनयिकों ने भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
ब्रूस ने यह भी कहा कि बातचीत में क्षेत्रीय मुद्दों, नई तकनीकों, रक्षा सहयोग, ऊर्जा और स्वतंत्र व खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने अपने रिश्ते और बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता जताई।
जयशंकर ने X पर साझा की ये बात
बैठक के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने अमेरिका के नए विदेश मंत्री रूबियो के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए खुशी की बात है। बैठक में दोनों ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत साझेदारी की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने यह भी कहा कि वह दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए रूबियो के साथ काम करने को उत्सुक हैं।
गौरतलब है कि जयशंकर अमेरिकी सरकार के निमंत्रण पर वाशिंगटन पहुंचे हैं। वह डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए हैं। ट्रंप ने सोमवार को शपथ ली।