Mahakumbh 2025

महाकुंभ पहुंच आज आस्था की डुबकी लगाएंगे गृह मंत्री अमित शाह, कल अखिलेश ने किया था स्नान

Mahakumbh 2025: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज महाकुंभ में संगम पर स्नान करेंगे। इससे पहले, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को गंगा स्नान किया था। स्नान के बाद अमित शाह अखाड़ों के संतों से मुलाकात करेंगे।

144 साल बाद हो रहे इस महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु उमड़े हैं। अब तक करोड़ों लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं। इस महाकुंभ को समानता और समरसता का प्रतीक माना जा रहा है।

Mahakumbh 2025

कुंभ सद्भाव और एकता का देता है संदेश 

गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाकुंभ की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 144 साल बाद ऐसा अद्भुत अवसर आया है, जिसे हर किसी को जरूर अनुभव करना चाहिए। शाह ने साझा किया कि वह अपने जीवन में 9 बार कुंभ मेले में जा चुके हैं और अर्धकुंभ का भी अनुभव किया है।

उन्होंने बताया कि कुंभ मेलों से हमें सद्भाव और एकता का गहरा संदेश मिलता है। यहां किसी से यह नहीं पूछा जाता कि वह किस धर्म, जाति, या संप्रदाय से है। बिना किसी भेदभाव के सबको भोजन मिलता है।

अमित शाह ने खासकर गुजरात के युवाओं से महाकुंभ में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह मेला गंगा में स्नान करने का मौका देता है, जहां हर कोई अपनी पहचान की परवाह किए बिना शामिल हो सकता है। महाकुंभ जैसा शक्तिशाली संदेश देने वाला आयोजन दुनिया में और कहीं नहीं है।

राजदूतों ने मुझसे मांगा निमंत्रण 

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन इतने बड़े पैमाने पर हुआ है कि इसे देखकर दुनियाभर के लोग हैरान हैं। उन्होंने बताया कि कई देशों के राजदूतों ने उनसे महाकुंभ में आने के लिए निमंत्रण मांगा। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि महाकुंभ में आने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं होती। करोड़ों लोग बिना किसी निमंत्रण के यहां आते हैं। यह परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है और मुगलों, अंग्रेजों और कांग्रेस के शासन में भी जारी रही।

अखिलेश भी लगा चुके हैं आस्था की डुबकी

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को महाकुंभ में गंगा स्नान किया। वह अपने बेटे अर्जुन के साथ पहुंचे और संगम में 11 डुबकी लगाई। गंगा स्नान के बाद अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ के इंतजाम और बेहतर हो सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि पहले की सरकारों ने भी कुंभ मेले में अच्छे इंतजाम किए थे। महाकुंभ का संदेश सौहार्द, सद्भाव और सहनशीलता को बढ़ावा देना होना चाहिए।

अखिलेश ने देखा कि बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष दूर-दूर से पैदल चलकर महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार महाकुंभ पर हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है, तो बुजुर्गों के लिए ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए थी जिससे उन्हें लंबा पैदल न चलना पड़े। अखिलेश ने बीजेपी को गंगा नदी की सफाई का संकल्प पूरा करने की बात भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि आज भी कई नाले गंगा में गिर रहे हैं, जो चिंता का विषय है।

 

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