Mahakumbh 2025 Snan: महाकुंभ के दौरान पवित्र नदियों में डुबकी लगाने का सबसे ज्यादा आध्यात्मिक महत्व होता है। माना जाता है कि इससे पाप धुल जाते हैं, आत्मा शुद्ध हो जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। चुकि कई लोगों के लिए जीवन में यह अवसर एक बार ही आता है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग कुंभ में स्नान (Mahakumbh 2025 Snan) करने की इच्छा रखते हैं।
महाकुंभ में अमृत स्नान बहुत महत्व
महाकुंभ में अमृत स्नान (Mahakumbh 2025 Amrit Snan) वाले दिनों पर भी स्नान का बहुत ज्यादा महत्व होता है। लोगों के अंदर अमृत स्नान के दिन पवित्र संगम में डुबकी लगाने के प्रति कितनी श्रद्धा है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि बुधवार को मौनी अमावस्या वाले अमृत स्नान के दिन लगभग 7.60 करोड़ लोगों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई। इससे पहले 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पहले अमृत स्नान में साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में स्नान किया था।
लेकिन क्या आपको पता है कि महाकुंभ में अमृत स्नान की ही तरह कई और भी ऐसी तिथियां जिन पर स्नान करने या पवित्र संगम में डुबकी लगाने से उतना ही पुण्य मिलता है जितना अमृत स्नान के दिन डुबकी लगाने से होता है। आइये डालते हैं इन तिथियों पर एक नजर:
महाकुंभ में स्नान की अन्य महत्वपूर्ण तिथियां
रथ सप्तमी- 4 फरवरी को रथ सप्तमी के दिन महाकुंभ में स्नान करने से बहुत पुण्य मिलेगा। इस दिन पवित्र डुबकी लगाने पर भगवान सूर्य की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
भीमाष्टमी- 5 फरवरी को भीमाष्टमी है। यह दिन पितरों को संतुष्ट और मुक्ति दिलाने वाली तिथि होती है। इस दिन संगम में डुबकी लगाने से पितरों को शांति मिलती है।
माघ शुक्ल एकादशी- 8 फरवरी को माघ महीने की शुक्ल एकादशी है। इस दिन संगम में स्नान करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
माघ पूर्णिमा- 12 फरवरी को महाकुंभ में स्नान स्नान करने से विष्णु जी की कृपा प्राप्त होती है।
फाल्गुन कृष्ण एकादशी- 24 फरवरी को फाल्गुन कृष्ण एकादशी की तिथि है। इस दिन स्नान करने से आपको श्रीहरि विष्णु की कृपा प्राप्त होगी।
महाशिवरात्रि- 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। इस दिन कुंभ में स्नान और दान से शिव जी की होती है विशेष कृपा।
महाकुंभ में बसंत पंचमी को है अगला अमृत स्नान
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के बाद अब तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी दिन सोमवार को बसंत पंचमी के दिन होगा। मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में 30 मौतों के बाद सरकार बसंत पंचमी के दिन कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ने वाली है। इसको लेकर विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह प्रयागराज पहुंचे। वे वसंत पंचमी के अवसर पर 3 फरवरी को होने वाले तीसरे अमृत स्नान से पहले सुरक्षा व्यवस्था की भी निगरानी करेंगे।
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