भारत में मेडिकल टूरिज्म बढ़ा, विदेशी मरीजों के लिए क्यों बन रहा है इलाज का हॉट डेस्टिनेशन?

मेडिकल टूरिज्म यानी इलाज के लिए विदेश यात्रा करना। ये शब्द अक्सर सुनने में आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत इस क्षेत्र में लगातार अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है? यहां इलाज करवाने के लिए विदेशी मरीजों की संख्या बढ़ रही है, और अब सरकार भी इस बढ़ते ट्रेंड को एक कदम और आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। आइए, जानते हैं मेडिकल टूरिज्म के बारे में विस्तार से और क्यों भारत ने इसे अपनी अर्थव्यवस्था के लिए एक अहम क्षेत्र बना लिया है।

मेडिकल टूरिज्म होता क्या है?

जब किसी देश का नागरिक इलाज के लिए दूसरे देश में जाता है, तो उसे हम मेडिकल टूरिज्म कहते हैं। यानी, इलाज के साथ-साथ वे देश में कुछ समय के लिए ठहरते हैं और बाकी जरूरी चीजों का ख्याल रखते हैं जैसे यात्रा, ठहरने की व्यवस्था और इलाज के बाद की देखभाल। पिछले कुछ सालों में यह ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ा है और अब इसे एक इंडस्ट्री के तौर पर देखा जा रहा है। इसके लिए चिकित्सा के अलावा अस्पतालों की गुणवत्ता, डॉक्टर्स की काबिलियत, और इलाज की कीमतें भी बड़ी भूमिका निभाती हैं।

भारत में मेडिकल टूरिज्म का बढ़ता ट्रेंड

भारत ने मेडिकल टूरिज्म के मामले में बहुत बड़ी छलांग लगाई है। सस्ती कीमतों और उच्च गुणवत्ता वाले इलाज के कारण विदेशी मरीज भारत की ओर रुख कर रहे हैं। यही नहीं, सरकार भी मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नीतियों को आसान और आकर्षक बना रही है। जैसे, भारत सरकार ने “ई-मेडिकल वीजा” जैसी सुविधाएं दी हैं, जिससे इलाज के लिए विदेशियों का आना और भी आसान हो गया है।

क्यों मेडिकल टूरिज्म के लिए भारत एक हॉट डेस्टिनेशन है?

1. सस्ता इलाज

भारत में इलाज के खर्चे अन्य विकसित देशों के मुकाबले काफी कम हैं। यहां तक कि अमेरिका और यूरोप में इलाज की जो कीमत है, वह भारत में लगभग 30% तक कम है। उदाहरण के तौर पर, अमेरिका में IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) का इलाज 15 से 20 लाख रुपये तक हो सकता है, जबकि भारत में यही इलाज 1.5 से 3.5 लाख रुपये में हो जाता है। इसी तरह, लिवर ट्रांसप्लांट के लिए अमेरिका में जहां 40 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं, वहीं भारत में यही इलाज लगभग 20 लाख रुपये में हो जाता है।

2. उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं

भारत में कई विश्वस्तरीय अस्पताल और मेडिकल संस्थान हैं जो उच्चतम मानकों के अनुसार इलाज प्रदान करते हैं। अस्पतालों में अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकी सेवाएं उपलब्ध हैं। डॉक्टर्स की प्रशिक्षण भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का होता है। यही कारण है कि यहां इलाज करवाने के लिए विदेशियों का आना बढ़ रहा है।

3. कुशल डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ

भारत में लगभग 14 लाख से अधिक एलोपैथिक डॉक्टर हैं, जो विभिन्न बीमारियों का इलाज करते हैं। यही नहीं, यहां के 33 लाख से ज्यादा नर्स स्टाफ भी विदेशी मरीजों को उत्कृष्ट देखभाल प्रदान करते हैं। यहां के अस्पतालों में अधिकांश नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर अंग्रेजी में बात कर सकते हैं, जिससे विदेशी मरीजों को इलाज में कोई दिक्कत नहीं होती।

4. विशेषज्ञता वाले इलाज

भारत में कई विशेष प्रकार के इलाज की अत्यधिक विशेषज्ञता है। यहां बोनमैरो ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, बाईपास सर्जरी, घुटने की सर्जरी जैसे जटिल ऑपरेशन्स होते हैं, जो अन्य देशों की तुलना में कम लागत में यहां उपलब्ध हैं। इसके अलावा, कॉस्मेटिक सर्जरी, फर्टिलिटी ट्रीटमेंट और कैंसर के इलाज के लिए भी भारत एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन चुका है।

 

भारत में इलाज करवाने के लिए किन देशों से आते हैं मरीज?

भारत में मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे ज्यादा मरीज पड़ोसी देशों जैसे अफगानिस्तान, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान, केन्या, इराक और बांगलादेश से आते हैं। इसके अलावा, पश्चिमी देशों से भी लोग भारत में इलाज के लिए आते हैं। खासकर अमेरिका, यूरोप, कनाडा और ब्रिटेन के लोग भारत में सस्ती कीमतों पर इलाज करवाने के लिए आकर्षित होते हैं।

भारत में मेडिकल टूरिज्म के लिए फेमस शहर

भारत में बेंगलुरु, दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, चंडीगढ़, जयपुर, कोलकाता और तमिलनाडु जैसे शहर मेडिकल टूरिज्म के हॉटस्पॉट बने हुए हैं। इन शहरों में विश्वस्तरीय अस्पताल और प्राइवेट क्लीनिक हैं, जहां विदेशी मरीजों को बेहतरीन इलाज मिलता है।

भारत सरकार की प्लानिंग

भारत सरकार ने मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कई अहम योजनाएं बनाई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं हैं:
एमवीटी (MVT) पोर्टल – यह एक ऑनलाइन मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पोर्टल है, जहां मरीज इलाज के लिए भारत में उपलब्ध विशेषज्ञ डॉक्टरों, अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

वेलनेस डेस्टिनेशन के तौर पर भारत का प्रमोशन – भारत सरकार अब भारत को एक वेलनेस डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है।

मेडिकल टूरिज्म को सुदृढ़ बनाना – मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कुछ नई पॉलिसी बनाई हैं और विदेशी मरीजों को इलाज के लिए भारत आने में सहूलियत देने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

क्या ध्यान रखें जब विदेश से इलाज के लिए भारत आ रहे हों?

मेडिकल टूरिज्म के लिए विदेश यात्रा करने से पहले आपको कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए। सबसे पहले, आप अपने डॉक्टर से यात्रा के बारे में सलाह लें, ताकि आपको यात्रा के दौरान कोई स्वास्थ्य समस्या न हो। साथ ही, अपनी मेडिकल रिपोर्ट और इलाज से संबंधित सभी डॉक्युमेंट्स के साथ रखें। इसके अलावा, इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस भी लें, ताकि किसी अप्रत्याशित मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़े तो आपको आर्थिक दिक्कत न हो।

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