सऊदी अरब ने रेजीडेंसी, लेबर और बॉर्डर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। गृह मंत्रालय के अनुसार, बीते एक हफ्ते में देशभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाकर 21,000 से ज्यादा प्रवासियों को हिरासत में लिया गया। इनमें से करीब 14,000 लोग रेजीडेंसी नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, जबकि 4,600 लोग बॉर्डर सुरक्षा नियम तोड़ते पाए गए। इसके अलावा, 3,000 से ज्यादा लोग लेबर कानूनों का उल्लंघन कर रहे थे।
इस कार्रवाई के तहत अब तक 10,000 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को देश से बाहर भेजा जा चुका है। सऊदी अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
27,000 लोगों को उनके देशों के दूतावास भेजा
सऊदी अरब ने 27,000 लोगों को उनके देशों के दूतावास भेज दिया है, जहां वे अपने ट्रैवल डॉक्यूमेंट लेकर वापस लौटेंगे। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
इसके अलावा, 1,477 लोगों को सऊदी अरब में गैरकानूनी तरीके से घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। इनमें से 41% यमन से, 55% इथियोपिया से और बाकी अन्य देशों से हैं। वहीं, 90 लोग ऐसे भी पकड़े गए जो बिना कानूनी प्रक्रिया के देश से बाहर जाने की कोशिश कर रहे थे।
अवैध प्रवासियों को शरण देने वाले भी गिरफ्तार
सऊदी अरब में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे गैरकानूनी तरीके से रह रहे विदेशियों को काम पर रख रहे थे या उन्हें पनाह दे रहे थे। गृह मंत्रालय ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलेगी।
अगर कोई व्यक्ति अवैध प्रवासियों की मदद करता है, तो उसे 15 साल तक की जेल या 10 लाख सऊदी रियाल तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, अगर किसी ने इस काम में गाड़ियां या प्रॉपर्टी का इस्तेमाल किया हो, तो सरकार उसे भी जब्त कर सकती है।
सरकार ने जारी किये हेल्पलाइन नंबर
मंत्रालय ने इस तरह की हरकत को गंभीर अपराध बताया है और कहा है कि इसके लिए गिरफ्तारी हो सकती है। सरकार ने जनता से अपील की है कि अगर उन्हें कोई नियम तोड़ता दिखे, तो वे तुरंत सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें। हर क्षेत्र के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर दिए गए हैं।
यह कार्रवाई देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए की जा रही है। सरकार ने साफ कर दिया है कि गैरकानूनी गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विदेशी नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि वे सऊदी अरब के नियमों का पालन करें, ताकि किसी तरह की परेशानी से बच सकें।