Mahakumbh Basant Panchami Amrat Snan: महाकुंभ में आज तीसरा और अंतिम अमृत स्नान (शाही स्नान) हो रहा है। अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत भव्य शोभायात्रा निकालते हुए त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं।
इस बार मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना से सीख लेते हुए प्रशासन ने अमृत स्नान के लिए सुरक्षा के और कड़े इंतजाम किए हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अपने आवास से वॉर रूम के जरिए पूरी व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। उनके साथ प्रदेश के डीजीपी और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं।
इस बीच, महाकुंभ में श्रद्धालुओं और नागा साधुओं पर हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की गई। आसमान से बरसते फूलों के बीच अमृत स्नान का यह दिव्य आयोजन जारी है। ब्रह्ममुहूर्त में सुबह 4 बजे तक करीब 16.58 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे।
‘ऑपरेशन इलेवन’ नाम से खास प्लान तैयार
बसंत पंचमी के मौके पर आखिरी अमृत स्नान के दौरान भीड़ को संभालने के लिए ‘ऑपरेशन इलेवन’ नाम से खास प्लान तैयार किया गया है। यह योजना सीएम योगी के सख्त निर्देशों पर बनाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वन-वे रूट बनाया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। पांटून पुलों पर भी खास इंतजाम किए गए हैं, ताकि लोगों को आसानी से आवागमन की सुविधा मिले।
त्रिवेणी के घाटों पर ज्यादा भीड़ न हो, इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि हर किसी को सुरक्षित और सुगम दर्शन का अनुभव मिल सके।
बैरिकेडिंग को किया गया और मजबूत
महाकुंभ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। डीएम विजय किरन आनंद ने बताया कि काली मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, नागवासुकी रैंप, गंगा मूर्ति तिराहा, जीटी जवाहर चौराहा, फोर्ट चौराहा, अखाड़ों के प्रवेश और वापसी मार्ग, सभी पांटून पुल, ओल्ड जीटी मार्ग, लोवर संगम मार्ग, मुक्ति मार्ग, दक्षिण और उत्तरी झूंसी समेत अखाड़ा क्षेत्र के सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग और सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, और जरूरत पड़ने पर सीमावर्ती इलाकों को भी सील किया गया है ताकि कोई गड़बड़ी न हो।
भीड़ प्रबंधन का ऑपरेशन-11
महाकुंभ में इस बार सुरक्षा के लिए ऑपरेशन-11 लागू किया गया है। इसके तहत वन वे सिस्टम लागू किया गया है, जिससे अमृत स्नान के दौरान भीड़ को सही दिशा में नियंत्रित किया जा सके।
👉 श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर मुख्य सड़कों पर डायवर्जन किया जा रहा है, ताकि यातायात सुचारू बना रहे।
👉 पांटून पुलों से आवागमन जारी है और न्यू यमुना ब्रिज पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
👉 नैनी से संगम तक राजपत्रित अधिकारी की देखरेख में पीएसी तैनात है।
👉 फाफामऊ पुल और अन्य पांटून पुलों पर भी विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
👉 पुलों की रेलिंग को और मजबूत किया गया है ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना न हो।
👉 दो बाइक दस्ते लगातार गश्त कर रहे हैं और ट्रैफिक को नियंत्रित करने में मदद कर रहे हैं।
👉 प्रयाग जंक्शन पर भी विशेष सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। यहां तीन उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस बल और दो कंपनी पीएसी तैनात है।
👉 प्रयाग जंक्शन के आसपास ट्रैफिक को रोकने और सही तरीके से नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मौजूद है।
वसंत पंचमी के पहले ही सवा करोड़ से अधिक ने किया पुण्य स्नान
महाकुंभ के तीसरे और आखिरी शाही स्नान से एक दिन पहले, रविवार रात 10 बजे तक 1.33 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके थे। अगर 1 फरवरी तक स्नान करने वाले 33.61 करोड़ लोगों को जोड़ दिया जाए, तो अब तक कुल 34.90 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। वसंत पंचमी का पुण्यकाल रविवार सुबह 11:53 बजे से शुरू हो गया था, इसलिए श्रद्धालु एक दिन पहले से ही बड़ी संख्या में स्नान के लिए पहुंचने लगे।
मेला प्रशासन के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे तक 10 लाख कल्पवासियों सहित 41.90 लाख लोगों ने स्नान किया। दोपहर 12 बजे तक यह संख्या 78.83 लाख, दोपहर 2 बजे तक 86.95 लाख, शाम 4 बजे तक 1.03 करोड़ और शाम 6 बजे तक 1.13 करोड़ तक पहुंच गई।
वसंत पंचमी के मौके पर सिद्धि और साध्य योग सोमवार सुबह 9:36 बजे तक रहेगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए यह समय बेहद शुभ माना जा रहा है।
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