PM Modi की 1:35 घंटे की स्पीच: राहुल गांधी से लेकर केजरीवाल तक सभी को दिया तगड़ा जवाब!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में एक लंबा भाषण दिया है। यह भाषण करीब 1:35 घंटे का था और इस दौरान उन्होंने विपक्ष के कई आरोपों का जवाब दिया है। खासकर उन्होंने गांधी परिवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और विपक्ष के अन्य नेताओं के आरोपों को लेकर  पीएम मोदी ने अपनी बात रखी है।

आइए जानते हैं पीएम मोदी ने इस भाषण में क्या कहा?

 राहुल गांधी के 3 आरोपों का पीएम मोदी ने दिया जवाब

दरअसल राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कुछ आरोप लगाए थे। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग बताया था। जिसके बाद पीएम मोदी ने उन पर तीखा पलटवार किया है। बता दें कि राहुल गांधी ने कहा था कि राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग था और उसमें कुछ नया नहीं था। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि “कुछ नेता सिर्फ झुग्गियों में फोटो सेशन करके अपनी राजनीति करते हैं और वे गरीबों की बातों को बोरिंग मानते हैं।” मोदी ने आगे कहा, “हमारे लिए जल जीवन मिशन है, 16 करोड़ से ज्यादा घरों में जल कनेक्शन नहीं थे। हमने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है। यह लोग बोरिंग होते हैं, क्योंकि उन्हें गरीबों के बारे में सोचने का वक्त नहीं मिलता।”

राहुल गांधी की जाति जनगणना की मांग पर पीएम का जवाब

इसके अलावा राहुल गांधी ने एक बार फिर जाति जनगणना की मांग की थी, जिस पर मोदी ने जवाब दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि “पिछले 30 सालों से ओबीसी समाज के सांसद ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे, हमने यह पूरा किया है। कोई मुझे बताए कि क्या कभी संसद में एक ही परिवार के तीन SC-ST सांसद रहे हैं?” इस दौरान मोदी का इशारा गांधी परिवार की ओर था, जिसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लोकसभा में और सोनिया गांधी राज्यसभा में सांसद हैं।

 

राहुल गांधी का ‘इंडियन स्टेट से लड़ाई’ वाला बयान

इसके अलावा राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में कहा था कि “हमें इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई लड़नी है।” पीएम मोदी ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि “कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे हैं। इन लोगों को न देश की एकता का एहसास है, न ही उन्हें भारतीय राज्य को समझने की समझ है।”

 

केजरीवाल पर मोदी का निशाना: ‘हम जहर की राजनीति नहीं करते’

इसके अलावा पीएम मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा कि, “हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि मानते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमने सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनवाया है। उनका स्मरण करते हुए हम देश की एकता की ताकत बढ़ा रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसका विरोध करते हैं।”

 

 अमित शाह के अंबेडकर विवाद को लेकर पीएम की सफाई

वहीं कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा था, “दिनभर अंबेडकर-अंबेडकर करते हैं, अगर वे भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग में जाते।” बता दें कि इस बयान से विवाद पैदा हो गया था। पीएम मोदी ने इस विवाद को शांत करते हुए कहा, “जो संविधान की बात करते हैं, उन्हें अंबेडकर जी के विचारों को समझना चाहिए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की थी, लेकिन कुछ सालों तक कुछ भी नहीं हुआ है। हमने केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट शुरू किया, जो अंबेडकर जी के विजन के अनुरूप है।”

 राजीव गांधी के 15 पैसे वाले बयान का जिक्र

पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 15 पैसे वाले बयान को भी उठाया है। गौरतलब है कि राजीव गांधी ने कहा था कि दिल्ली से 1 रुपया भेजने पर सिर्फ 15 पैसे ही गांवों तक पहुंचते हैं। इस पर मोदी ने कहा कि “यह उस समय की बात है जब एक ही पार्टी का राज था और यही पार्टी कहती थी कि एक रुपया भेजने पर 15 पैसे तक पहुंचते हैं। यह सरकार की हाथ की सफाई थी, जिसे आम लोग आसानी से समझ सकते थे।”

 

पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर किया तीखा वार

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अपने  1:35 घंटे के भाषण में  राहुल गांधी, केजरीवाल और विपक्ष को तगड़ा जवाब दिया है। उन्होंने इस दौरान विपक्ष के पुराने सभी बयानों का जिक्र करते हुए अपनी बात रखी है।  उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को ‘गरीबों की बात बोरिंग’ लगती है।

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