“अवैध ट्रैवल एजेंट्स का काला कारोबार: भारत से अमेरिका तक के दर्दनाक सफर की कहानी”

अमेरिका से निर्वासित भारतीयों का मुद्दा इन दिनों जोर पकड़ रहा है। यह सवाल उठता है कि क्यों लोग 40 से 50 लाख रुपए खर्च करके अपनी जान जोखिम में डालकर अवैध तरीके से विदेश जाने के लिए तैयार हो जाते हैं? इसके पीछे मुख्य कारण अवैध ट्रैवल एजेंट हैं जो इन युवाओं को बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं और धोखे से उन्हें विदेश भेजने के लिए प्रेरित करते हैं।

कैसे काम करते हैं अवैध ट्रैवल एजेंट?

अवैध ट्रैवल एजेंट अपने नेटवर्क के माध्यम से युवाओं को विदेशी सपने दिखाते हैं और उन्हें विदेश जाने के लिए मजबूर करते हैं। इन एजेंटों की मदद से इन युवाओं को अवैध तरीके से देशों की सीमाएं पार कराई जाती हैं। एक बार जब ये एजेंट अपने शिकार को फंसा लेते हैं, तो ये उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों में भेजने के लिए अपराधियों की मदद लेते हैं। इन अपराधियों का नेटवर्क इतना विस्तृत है कि यह नाइजीरिया, फिलीपींस और मैक्सिको जैसे देशों में युवाओं को छोड़कर, बाद में उन्हें अमेरिका और कनाडा भेजने का वादा करते हैं।

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एफआईआर और सरकार की कार्रवाई

इन अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है, लेकिन फिर भी उनका नेटवर्क पूरी तरह से खत्म नहीं हो पा रहा है। पिछले साल 2024 में अगस्त और सितंबर के महीनों में अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ 26 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें 34 आरोपी शामिल थे, जिनमें से 25 को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला और एसएएस नगर में भी कई नई एफआईआर दर्ज की गईं। पिछले छह महीनों में अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ 43 नए मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन गिरफ्तारियों की संख्या अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।

युवाओं को बड़े-बड़े सपने दिखाकर बनाते हैं शिकार

अवैध ट्रैवल एजेंटों इन युवाओं को बड़े-बड़े सपने दिखाकर अपना शिकार बनाया। एजेंटों ने पूरे पंजाब में जाल बिछा रखा है। ऐश ओ आराम की जिंदगी जीने की चाह रखने वाले ये भोले भाले युवा इनके जाल में फंस जाते हैं और विदेश चले जाते हैं, ये सोचकर कि वहां डॉलर में पैसे कमाएंगे जिससे वो और उनका परिवार आराम से जिंदगी बसर कर सकेगा। माता-पिता न चाहते हुए भी अपने बच्चों की जिद के आगे झुक जाते हैं , वो बैंकों और साहूकारों से कर्ज लेने के अलावा अपनी जमीन, जो उन्हें अपने बच्चों से भी ज्यादा प्यारी होती है, बेचने से भी गुरेज नहीं करते।

पंजाब के परिवारों की जुबानी: ट्रैवल एजेंट्स द्वारा ठगे गए लोग और उनका दुख

पंजाब के होशियारपुर, कपूरथला, फतेहगढ़ साहिब और मोहाली जिलों के कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को अमेरिका भेजने के लिए भारी कर्ज लिया, लेकिन ट्रैवल एजेंट्स की धोखाधड़ी के कारण उनके सपने चूर हो गए। हरविंदर सिंह, सुखपाल, गुरप्रीत सिंह, जसविंदर सिंह और प्रदीप सिंह जैसे लोग, जिन्हें ट्रैवल एजेंट्स ने अवैध और खतरनाक रास्तों से अमेरिका भेजा, अब निर्वासित हो चुके हैं। इन परिवारों ने कर्ज लेकर अपने घरों को गिरवी रखा और रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए, लेकिन अब उनके सामने अपने कर्ज चुकाने और प्रियजनों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।

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