MahaKumbh Fire:

MahaKumbh Fire: महाकुंभ में फिर लगी आग, कई पंडाल जलकर राख, दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची

MahaKumbh Fire: प्रयागराज में महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। इस बार आग शंकराचार्य मार्ग पर स्थित सेक्टर-18 में लगी, जहां कई पंडाल जलकर खाक हो गए। आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस घटना में किसी प्रकार के जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है।

आग लगने की वजह फिलहाल नहीं स्पष्ट

सूत्रों के मुताबिक, यह हादसा हरिहरानंद के शिविर में हुआ। आग लगने के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके को बैरिकेडिंग से घेर लिया और पंडालों में मौजूद लोगों को तत्काल हटा दिया। दमकल कर्मियों ने जलती हुई पंडालों पर पानी डालकर आग को नियंत्रित किया। हालांकि, अभी तक आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है। इस घटना ने एक बार फिर महाकुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर जब इतने बड़े आयोजन में हर रोज लाखों लोग आ रहे हैं।

आग पर काबू, कोई जनहानि नहीं

एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि हादसे के बाद इलाके में स्थिति सामान्य हो गई है और मेले में जारी अन्य गतिविधियां प्रभावित नहीं हुई हैं।

पहले भी हो चुकी है आग लगने की घटना

यह पहला मामला नहीं है जब महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगी हो। इससे पहले 19 जनवरी को गीता प्रेस के 180 कॉटेज जलकर राख हो गए थे। आग उस वक्त लगी थी जब मेला में भारी भीड़ थी और प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ था। इन घटनाओं ने मेला आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। महाकुंभ मेला 26वें दिन में पहुंच चुका है और अब प्रशासन आग, सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए ज्यादा सतर्क हो गया है।

बढ़ती भीड़ के कारण प्रशासन हुआ अलर्ट

महाकुंभ का यह 26वां दिन है और शुक्रवार को संगम में भारी श्रद्धालुओं की भीड़ थी। शनिवार और रविवार को मेला में और भी ज्यादा भीड़ बढ़ने की संभावना है, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पुलिस ने संगम पर स्नान कर चुके श्रद्धालुओं को निकालने का काम शुरू कर दिया है ताकि एक जगह भीड़ इकट्ठा न हो।

प्रशासन ने यह कदम भीड़ की सुरक्षा के लिए उठाया है। सुरक्षा की दृष्टि से वाहनों की प्रवेश सीमा भी तय की गई है, और पुलिस प्रशासन हर जगह सुरक्षा कड़ी कर रहा है। प्रशासन के मुताबिक, संगम पर श्रद्धालुओं को रुकने की अनुमति नहीं दी जा रही है, ताकि वहां कोई अव्यवस्था न फैले और सभी श्रद्धालु सुरक्षित रह सकें।

महाकुंभ में अखाड़ों की पैकिंग शुरू

अब महाकुंभ के अखाड़े भी धीरे-धीरे मेला क्षेत्र छोड़ने की तैयारी में हैं। अधिकतर अखाड़े अब अपनी पैकिंग शुरू कर चुके हैं, और इसलिए श्रद्धालुओं को अब अखाड़ों के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। यह कदम श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, क्योंकि मेला अब अपनी अंतिम दिनों की ओर बढ़ रहा है।

महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या

महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ था और अब तक 40 करोड़ श्रद्धालु इस मेले में स्नान कर चुके हैं। प्रशासन का कहना है कि मेला अभी 19 दिनों तक और चलेगा, और ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफा हो सकता है। महाकुंभ के आयोजकों ने भीड़ की बेहतर निगरानी के लिए कदम उठाए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

नेताओं का आगमन

आज महाकुंभ में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा सहित कई प्रमुख नेता प्रयागराज पहुंचेंगे। इन नेताओं के आगमन से प्रशासन को और भी सतर्क रहने की जरूरत होगी ताकि किसी प्रकार की असुविधा या घटना से बचा जा सके।

स्कूलों की छुट्टियां बढ़ी

महाकुंभ के चलते प्रयागराज में 12 फरवरी तक 8वीं तक के स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। स्कूलों की कक्षाएं अब ऑनलाइन चलेंगी ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वे मेला क्षेत्र की भीड़-भाड़ से दूर रहें।