Argentina river turns red: अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के पास स्थित सारंडी नामक नदी का पानी अचानक चटक लाल हो गया है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हो गए हैं। यह घटना गुरुवार को सामने आई, जब लोगों ने नहर में लाल पानी बहते हुए देखा। यह नहर एक पर्यावरण संरक्षित क्षेत्र के पास स्थित है, इसलिए पानी का रंग बदलने ने पर्यावरण पर असर डालने की चिंता बढ़ा दी है। अर्जेंटीना के पर्यावरण मंत्रालय ने पानी के नमूने जांच के लिए भेजे हैं, और जांच के बाद ही यह पता चलेगा कि नहर का पानी क्यों लाल हो गया है।
कैसे हुआ पानी लाल?
स्थानीय मीडिया का कहना है कि नहर के पानी का लाल होना कपड़ा रंगने वाले रसायन या नजदीकी डिपो से निकलने वाले रासायनिक कचरे की वजह से हो सकता है। लोग बताते हैं कि कई कंपनियां अपना कचरा इस नहर में डालती हैं। यह नहर राजधानी के पास के उस इलाके से गुजरती है, जहां चमड़ा और कपड़ा बनाने वाले कारखाने हैं, जिनका कचरा नहर में आ जाता है। स्थानीय लोग कहते हैं कि नहर के पानी का रंग बदलना नया मामला नहीं है। पहले भी नहर का रंग बदल चुका है और पानी से बदबू आने की शिकायतें भी लोग करते रहे हैं।
पर्यावरण के लिए गंभीर संकेत
🇦🇷🩸River of Blood: Sarandi Runs Red in Argentina
Locals fear toxic materials have turned the waterway – which runs into the Rio de la Plata in the outskirts of Beunos Aires – blood red. Authorities have taken samples to discover the source of contamination. pic.twitter.com/J8ioBCl1zf
— RT_India (@RT_India_news) February 7, 2025
मारिया डुकोम्स, जो एक स्थानीय महिला हैं, ने एएफपी से कहा कि इस इलाके के उद्योग नहर में कचरा फेंकते हैं। जब कचरे की मात्रा बढ़ जाती है, तो नदी का पानी अलग-अलग रंगों में बदलने लगता है – कभी नीला, कभी हल्का हरा, गुलाबी या बैंगनी। इसके ऊपर अक्सर चिकनाई की परत भी देखी जाती है। यह पूरी घटना पर्यावरणीय प्रदूषण के गंभीर होने का संकेत देती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए और उन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो नहर में जहरीला कचरा डाल रही हैं। पर्यावरण कार्यकर्ताओं का मानना है कि सारंडी नहर का लाल रंग बदलना एक चेतावनी है। इसका मतलब है कि हमें पर्यावरण की रक्षा करनी होगी, वरना भविष्य में इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।
2021 में अर्जेटीना के दक्षिणी पटागोनिया क्षेत्र में एक झील का पानी अचानक पूरी तरह गुलाबी रंग का हो गया था, जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। जब इस पानी की जांच की गई, तो पता चला कि सोडियम सल्फेट नामक एक ऐंटी बैक्टीरियल उत्पाद के कारण यह बदलाव हुआ था। यह घटना अर्जेंटीना में जल प्रदूषण के बढ़ते मामले का हिस्सा थी, जो लगातार चर्चा का विषय बनते रहे हैं।
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