बिहार से एक दुखद खबर आ रही है। राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले बीजेपी MLC कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और आज 7 फरवरी को उनका निधन हो गया। बता दें कि उनकी राम मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका अहम रही थी। उन्होंने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी। RSS की तरफ से कामेश्वर चौपाल को पहले कार सेवक का दर्जा दिया गया था।
एक साल से चल रहे थे बीमाार
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं विधान परिषद के पूर्व सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है। चौपाल ने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली है। कामेश्वर चौपाल पिछले एक वर्ष से बीमार चल रहे थे। कामेश्वर चौपाल ने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी। संघ ने उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा दिया था।
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पीएम मोदी जताया दुख
कामेश्वर चौपाल के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जाहिर किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा, भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।
बिहार बीजेपी ने भी जताया दुख
अयोध्या से उनका लगाव काफी खास था। उनके निधन पर बीजेपी ने दुख जताया है। पार्टी की तरफ से एक्स पर पोस्ट में कहा गया कि राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थाई सदस्य, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे, श्री कामेश्वर चौपाल जी के निधन की खबर सामाजिक क्षति है। उन्होंने संपूर्ण जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया। वह मां भारती के सच्चे लाल थें।
राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थाई सदस्य, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे, श्री कामेश्वर चौपाल जी के निधन की खबर सामाजिक क्षति है। उन्होंने सम्पूर्ण जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया। मां… pic.twitter.com/95eci6fjDK
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) February 7, 2025
989 में राम मंदिर की रखी थी पहली ईंट
आपको बता दें कि अयोध्या में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर की आधारशिला रखी थी। जबकि राम लला के भव्य मंदिर में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा की गई। लेकिन राम मंदिर आंदोलन में 9 नवंबर 1989 को पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल ही थे।
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राम मंदिर आंदोलन में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
कामेश्वर चौपाल ही ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके बाद 9 नवंबर 2019 को ही राम मंदिर के पक्ष में फैसला आया था। वह विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव थे। वर्ष 2002 में विधान पार्षद बनाए गए थे। वे साल 2014 तक विधान पार्षद रहे।