नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है, और शुरुआती रुझानों में भाजपा को भारी बहुमत मिलता नजर आ रहा है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से ही भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन धीरे-धीरे भाजपा ने अपनी बढ़त बना ली। वोटों की गिनती के शुरुआती आधे घंटे में भाजपा और आम आदमी पार्टी में कांटे की टक्कर चल रही थी। लेकिन थोड़ी देर बाद भी भाजपा ने अपना गियर बदला। अभी एक घंटे की गिनती से आए रुझान की बात करें तो भाजपा 48 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं आप 21 सीटों पर आगे चल रही है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सीएम आतिशी सहित आप के कई बडे़ चेहरे पीछे चल रहे हैं।
भाजपा बहुमत के पार, 27 साल बाद सत्ता में वापसी के संकेत
मतगणना के पहले एक घंटे के रुझानों के मुताबिक, भाजपा 48 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि AAP 21 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर आगे दिख रही है। अगर यही रुझान नतीजों में बदलते हैं, तो भाजपा 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी करेगी। बहुमत के लिए जरूरी 36 सीटों का आंकड़ा भाजपा ने पार कर लिया है, जिससे यह साफ संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली में एक बार फिर राजनीतिक सत्ता का बड़ा बदलाव होने वाला है।
यह भी पढ़ें : Election commission की वेबसाइट पर कैसे देखें Delhi Election Result, यहां मिलेगा लिंक और पूरा प्रोसेस
अरविंद केजरीवाल और आप के बड़े चेहरे पिछड़े
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ 1,500 वोटों से पीछे चल रहे हैं। इसी तरह आप के कई दिग्गज उम्मीदवार भी शुरुआती रुझानों में पिछड़ते नजर आ रहे हैं:
- मनीष सिसोदिया (AAP) – जंगपुरा सीट से पीछे
- आतिशी (AAP) – कालकाजी सीट से पीछे
- सौरभ भारद्वाज (AAP) – ग्रेटर कैलाश से आगे
- मुकेश गोयल (AAP) – आदर्श नगर से आगे
बड़ी सीटों पर भाजपा को बढ़त
दिल्ली की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों पर भी भाजपा को अच्छी बढ़त मिल रही है:
- करोल बाग: भाजपा के दुष्यंत गौतम आगे
- करावल नगर: भाजपा के कपिल मिश्रा आगे
- नई दिल्ली: भाजपा के प्रवेश वर्मा आगे
- कालकाजी: भाजपा के रमेश बिधूड़ी आगे
- मालवीय नगर: भाजपा के सतीश उपाध्याय आगे
जाट बहुल सीटों पर भी BJP आगे
रुझानों में ज्यादातर जाट बहुल सीटों पर BJP आगे निकलती दिख रही है वहीं AAP पिछड़ती नजर आ रही है। दिल्ली की 70 में से 13 जाट बहुल सीटें ऐसी हैं जो बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की हार और जीत की में अहम भूमिका निभाएंगी। क्यों कि दिल्ली में जाट वोटर (Delhi Jaat Voters) किसी भी पार्टी की हार-जीत तय करने के लिए काफी अहम माने जाते हैं। दिल्ली में इनकी आबादी करीब 10 प्रतिशत मानी जाती है।