दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। इस चुनाव में बीजेपी को 48 सीटें मिलीं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा। वहीं कांग्रेस, जो पिछले कई चुनावों से अपना खाता खोलने की कोशिश कर रही थी, इस बार भी एक सीट भी नहीं जीत पाई। बीजेपी की इस जीत ने सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेशी मीडिया का भी ध्यान खींचा है। वर्ल्ड मीडिया ने दिल्ली चुनाव के नतीजों पर अपने-अपने अंदाज में टिप्पणी की है। कतर का मशहूर मीडिया आउटलेट ‘अल जज़ीरा’ हो, या ब्रिटेन की BBC, स्पेन का ‘एल पेस’, या फिर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स – हर जगह दिल्ली में बीजेपी की जीत की चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं कि विदेशी मीडिया ने दिल्ली के इस चुनावी नतीजे पर क्या राय दी है।
रॉयटर्स: पीएम मोदी की जीत, शहरी इलाकों में बीजेपी की बढ़ती ताकत
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने इस चुनावी नतीजे को पीएम मोदी की बड़ी जीत के तौर पर पेश किया। रॉयटर्स ने लिखा कि बीजेपी का चुनाव प्रचार मुख्य रूप से कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दे पर केंद्रित था, जो शहरी इलाकों में बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता को दिखाता है। रॉयटर्स ने यह भी बताया कि इस जीत में दिल्ली के मध्यम वर्ग का बहुत बड़ा हाथ था। बीजेपी ने चुनाव प्रचार में जोर दिया था कि वह दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए काम करेगी और यही बात लोगों तक पहुंची।
एसोसिएटेड प्रेस: AAP के आंतरिक विवादों ने दी बीजेपी को जीत का मौका
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत का कारण आम आदमी पार्टी (AAP) के आंतरिक संघर्षों को बताया। रिपोर्ट में कहा गया कि आम आदमी पार्टी में पिछले कुछ महीनों से जो आंतरिक विवाद चल रहे थे, उसने पार्टी की चुनावी स्थिति को कमजोर कर दिया। वहीं, कांग्रेस का वोट प्रतिशत में थोड़ा इज़ाफा हुआ, लेकिन पार्टी पूरी तरह से चुनावी मुकाबले से बाहर रही। एसोसिएटेड प्रेस का कहना था कि बीजेपी ने इस चुनाव में अपनी रणनीति को सही तरीके से लागू किया और यही उसे जीत दिलाने में मददगार साबित हुआ।
बीबीसी: बीजेपी और AAP दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई
ब्रिटेन की बीबीसी ने दिल्ली चुनाव को बीजेपी और AAP दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा। रिपोर्ट में कहा गया कि दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत यह साबित करती है कि पार्टी शहरी इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने में सफल रही है, वहीं AAP के लिए यह एक बहुत बड़ी हार है। बीबीसी ने यह भी बताया कि दिल्ली में चुनावी नतीजे सिर्फ पार्टी की जीत हार नहीं बल्कि दिल्ली की राजनीति में अगले कुछ सालों तक असर डालने वाले होंगे।
एल पेस: मोदी की पार्टी ने 30 साल बाद दिल्ली में वापसी की
स्पेन के प्रमुख समाचार पत्र ‘एल पेस’ ने दिल्ली चुनाव को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी के लिए ऐतिहासिक पल बताया। रिपोर्ट में लिखा गया कि बीजेपी ने 30 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। ‘एल पेस’ ने इस जीत के बाद दिल्ली के शासन पर इसके असर पर भी चर्चा की। स्पेनिश मीडिया ने इसे मोदी की राजनीतिक रणनीति और शहरी इलाकों में बीजेपी की बढ़ती ताकत के रूप में देखा।
अल जज़ीरा: AAP अब सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी बनकर रह गई है
क़तर के मीडिया आउटलेट ‘अल जज़ीरा’ ने दिल्ली चुनाव के नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया दी और बताया कि जो आम आदमी पार्टी पहले जन आंदोलन के रूप में उभरी थी, अब वह सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी बनकर रह गई है। ‘अल जज़ीरा’ के मुताबिक, AAP को अब अपनी राजनीतिक दिशा में बदलाव करने की जरूरत है, क्योंकि अब वह दिल्ली के लोगों की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा नहीं उतर पाई है। इसके अलावा, पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक रशीद किदवई ने अल जज़ीरा से कहा कि दिल्ली एक ‘मिनी इंडिया’ है, जहां देश के विभिन्न हिस्सों के लोग रहते हैं। उनका कहना था कि अगर बीजेपी दिल्ली जीत सकती है, तो पार्टी कहीं भी जीत सकती है।
निवेदिता मेनन का बयान: बीजेपी ने पूरी प्रणाली पर कब्जा कर लिया
अल जज़ीरा ने दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर निवेदिता मेनन के हवाले से लिखा कि बीजेपी अब एक ऐसी पार्टी बन चुकी है, जिसे कभी भी चुनाव हारने की संभावना नहीं दिखती। निवेदिता ने कहा कि बीजेपी ने पूरी राजनीतिक प्रणाली पर अपना कब्जा कर लिया है और यह पार्टी अब भारतीय राजनीति का अभिन्न हिस्सा बन गई है।
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