तिरुपति लड्डू घोटाला: आस्था से खिलवाड़, सच आया सामने!

तिरुपति लड्डू मिलावट कांड: CBI का बड़ा खुलासा, चार गिरफ्तार

देशभर के करोड़ों हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े तिरुपति लड्डू को लेकर CBI की विशेष जांच टीम (SIT) ने बड़ा खुलासा किया है। श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू में मिलावट की जांच के दौरान चार बड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सभी आऱोपियों को सोमवार को सुबह कोर्ट में पेश किया, जहां से अदालत ने सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

‘फर्जी डॉक्यूमेंट से लिया था टेंडर’

जांच में अधिकारियों ने पाया कि वैष्णवी डेयरी ने टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए एआर डेयरी के नाम का के नाम का इस्तेमाल करते हुए फर्जी डॉक्यूमेंट और मुहरें बनाई थीं। वैष्णवी डेयरी द्वारा बनाए गए नकली रिकॉर्ड में दावा किया गया कि उसने रुड़की में भोले बाबा डेयरी से घी खरीदा है, लेकिन उसके पास आवश्यक मात्रा में आपूर्ति करने की क्षमता नहीं थी। इसके बाद टीम ने तीन डेयरियों से चार व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में रुड़की स्थित भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक बिपिन जैन, पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के सीईओ अपूर्व विनय कांत चावड़ा, और एआर डेयरी के एमडी राजू राजशेखरन शामिल हैं।

क्या है तिरुपति लड्डू विवाद?

तिरुपति बालाजी मंदिर में वितरित किए जाने वाले लड्डू प्रसादम को दुनिया भर में पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। लेकिन जब इसमें मिलावट और अपवित्र सामग्री के उपयोग की खबरें सामने आईं, तो देशभर में आक्रोश फैल गया। आरोप थे कि लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।

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सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका के बाद शुरू हुई थी जांच

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी समेत अन्य ने इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए SIT जांच का आदेश दिया और इसकी निगरानी CBI निदेशक को सौंप दी।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी थी SIT

तिरुपति लड्डू में कथित रूप से जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में CBI को SIT गठित करने का आदेश दिया था। यह पांच सदस्यीय टीम केंद्रीय एजेंसी के दो अधिकारियों, आंध्र प्रदेश पुलिस के दो अधिकारियों और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के एक अधिकारी से मिलकर बनी थी।

चंद्रबाबू नायडू ने लगाए थे गंभीर आरोप

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पिछले साल वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि 2020-2023 के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने में पशु चर्बी और घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ था। उन्होंने यह भी कहा था कि YSRCP सरकार ने श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ किया और भ्रष्टाचार में लिप्त कंपनियों को सप्लाई का जिम्मा दिया। एनडीए विधायक दल की बैठक में नायडू ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती YSRCP सरकार ने मंदिर प्रशासन को भी प्रभावित किया और लड्डू निर्माण की प्रक्रिया में हेरफेर की।