AAP में सब ठीक है... या कोई बड़ा खेल बाकी है?

दिल्ली में हार, पंजाब में भूचाल: समझें AAP विधायकों की दिल्ली मीटिंग के सियासी मायने

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद पंजाब की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने दावा किया कि पंजाब में AAP के 30 विधायक उनके संपर्क में हैं, जिससे सियासी पारा और चढ़ गया। इन अटकलों को शांत करने और पार्टी को एकजुट रखने के लिए AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को दिल्ली बुलाकर एक अहम बैठक की। दिल्ली स्थित कपूरथला हाउस में हुई यह बैठक महज आधे घंटे चली, लेकिन इसके सियासी मायने गहरे हैं। क्या यह बैठक सिर्फ हौसला बढ़ाने के लिए थी, या फिर पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा? आइए समझते हैं इस पूरे घटनाक्रम को।

कांग्रेस के दावे के बीच AAP विधायकों की मीटिंग

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद पंजाब की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने दावा किया कि उनके संपर्क में AAP के 30 विधायक हैं, जिससे पार्टी में हलचल मच गई। इसी बीच, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को दिल्ली बुलाकर एक अहम बैठक की। यह बैठक दिल्ली स्थित कपूरथला हाउस में आधे घंटे चली, जिससे सियासी अटकलें तेज हो गईं।

क्या खतरे में है भगवंत मान की कुर्सी ?

मीटिंग से पहले ही पंजाब के AAP विधायकों ने स्पष्ट कर दिया था कि भगवंत मान को बदला नहीं जाएगा और कोई विधायक पार्टी नहीं छोड़ेगा। हालांकि, AAP पंजाब के प्रधान अमन अरोड़ा के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री का चयन धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि सरकार चलाने की क्षमता के आधार पर होना चाहिए। इस बयान के बाद कांग्रेस और भाजपा ने आरोप लगाए कि केजरीवाल खुद पंजाब के CM बनने की तैयारी कर रहे हैं।

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दिल्ली बुलाने के पीछे केजरीवाल का दांव?

सबसे बड़ा सवाल यह है कि विधायकों को पंजाब में बुलाने के बजाय दिल्ली में बैठक क्यों बुलाई गई? इसे लेकर कई राजनीतिक समीकरण लगाए जा रहे हैं। दिल्ली में अब AAP की सरकार नहीं है, फिर भी केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को वहीं बुलाने का फैसला किया। इससे यह धारणा और मजबूत हो रही है कि पंजाब सरकार की कमान दिल्ली से ही चल रही है। विपक्ष भी पहले से ही भगवंत मान सरकार को ‘रिमोट कंट्रोल सरकार’ कहता आ रहा है।

क्या AAP में सबकुछ ठीक है?

बैठक के बाद CM भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन उसमें कोई ऐसा बड़ा ऐलान नहीं किया जिससे यह लगे कि बैठक इतनी जरूरी थी। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि दिल्ली चुनाव में पंजाब के नेताओं ने मेहनत की थी और अब राज्य में विकास कार्यों को और तेजी से आगे बढ़ाना है। लेकिन सियासी गलियारों में यह सवाल अभी भी गूंज रहा है—क्या वाकई AAP पंजाब में सबकुछ ठीक चल रहा है, या फिर कांग्रेस के दावे में कुछ सच्चाई है?

देखें बैठक के बाद CM भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा :