आस्था का महासंगम: करोड़ों श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्य की डुबकी

महाकुंभ 2025: माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का महासंगम, पुष्पवर्षा से सजा आकाश

महाकुम्भ 2025 का पांचवां शाही स्नान पर्व आज माघी पूर्णिमा पर हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक आज सुबह से तकरीबन 1 करोड़ लोग कुम्भ में स्नान कर चुके हैं। वहीं बीते एक महीने से संगम तट पर एक वक्त का भोजन और तीन वक्त स्नान और पूजन का संकल्प लेकर ठहरे कल्पवासी भी बुधवार से घर लौटने लगेंगे। श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जा रही है। बता दें कि यह स्नान पिछले तीन स्नान पर्व से इसलिए भी अलग होगा क्योंकि इसमें अखाड़े नहीं होंगे। इधर, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के बीच मंगलवार रात तक स्नान करने वालों का आंकड़ा 46.08 करोड़ के पार हो गया था।

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श्रद्धालुओं पर की गई पुष्प वर्षा

प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान माघी पूर्णिमा के अवसर पर पावन डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं और तपस्वियों पर पुष्प वर्षा की जा रही है। माघी पूर्णिमा के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने पहुंची है।

संगम से 10 किमी तक जबरदस्त भीड़

प्रयागराज जाने वाले रास्तों में भीषण जाम के कारण ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया है। शहर में वाहनों की एंट्री बंद है। कुंभ में कोई भी वाहन नहीं चलेगा। श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए 10 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। लोगों को रुकने नहीं दे रहे हैं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 15 जिलों के कलेक्टर, 20 IAS और 85 PCS अफसर तैनात हैं।

प्रयागराज शहर नो-ह्वीकल जोन घोषित

महाकुंभ 2025 की अंतिम चुनौती माघी पूर्णिमा को लेकर अधिकारी एक्शन मोड में हैं। मेला क्षेत्र को पहले ही नो व्हीकल जोन घोषित किया जा चुका है। मंगलवार को प्रयागराज शहर भी नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया।

काशी में भी मौनी अमावस्या से ज्यादा भीड़

महाकुंभ 2025 से लौट रही श्रद्धालुओं की भीड़ ने काशी में माघ पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर मौनी अमावस्या का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर की लाइन में लगे-लगे ही तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। वहीं, भीड़ के कारण गंगा आरती पर भी रोक लगा दी गई है।