महाकुंभ 2025 के दौरान माघी पूर्णिमा के दिन संगम में पवित्र स्नान करने के लिए करीब दो करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। 12 फरवरी की सुबह से ही स्नान की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, और इस मौके पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। साथ ही, महीने भर से चल रहे कल्पवास का समापन भी हुआ और लगभग 10 लाख कल्पवासी महाकुंभ से विदा हो गए।
इसके बावजूद, प्रयागराज में मेला अभी भी जस का तस है और लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचे हुए हैं। ऐसे में, प्रशासन ने आने वाले वीकेंड्स यानी शनिवार और रविवार के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। दरअसल, भारी भीड़ और यातायात की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सभी तरह के वाहन पास निरस्त कर दिए हैं। इसका मतलब है कि इस वीकेंड पर कोई भी श्रद्धालु अपने वाहन को संगम तक नहीं ले जा पाएगा।
क्या बदलने वाला है वीकेंड पर?
कुंभ मेला हमेशा एक ऐतिहासिक और धार्मिक अवसर होता है, लेकिन वीकेंड्स पर यह और भी ज्यादा भीड़-भाड़ वाला हो जाता है। माघी पूर्णिमा के मौके पर करीब दो करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे। इस दौरान प्रशासन ने वीकेंड्स पर खास इंतजाम किए हैं। सबसे पहले, प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है कि 15 और 16 फरवरी को सभी प्रकार के वाहन पास निरस्त कर दिए गए हैं, यानी इस दौरान किसी भी श्रद्धालु को संगम के पास जाने के लिए गाड़ी का पास नहीं मिलेगा। इसका मतलब यह है कि आप अपनी गाड़ी संगम के पास पार्क नहीं कर सकेंगे।
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इसके अलावा, VIP मूवमेंट्स पर भी पूरी तरह से रोक लगाई गई है। इस रोक का मतलब यह है कि किसी भी VIP को संगम की तरफ सायरन और एस्कॉर्ट गाड़ियों के साथ आने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि आम श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और भीड़ को कंट्रोल किया जा सके।
कहां पार्क करें अपनी गाड़ी?
अगर आप कुंभ मेले में स्नान के लिए जा रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि अपनी गाड़ी कहां पार्क करें। प्रशासन ने पार्किंग की व्यवस्था को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो। यहां जानिए कहां आपको अपनी गाड़ी पार्क करनी होगी:
- लखनऊ की तरफ से आने वाली गाड़ियां: इन गाड़ियों के लिए बेला कछार पार्किंग और फाफामऊ पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
- कानपुर साइड से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए: इन गाड़ियों के लिए नेहरू पार्किंग बनाई गई है।
- झूंसी-वाराणसी साइड से आने वालों के लिए: इनके लिए अन्दवा पार्किंग है।
- मध्य प्रदेश की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए: इन गाड़ियों के लिए नैनी पार्किंग बनाई गई है।
कुल मिलाकर मेले में 102 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिनमें 5 लाख गाड़ियों की पार्किंग की क्षमता है। इसका मतलब यह है कि पार्किंग के लिए जगह की कमी नहीं होगी। इसके अलावा, देश के बड़े VVIP के लिए अरेल घाट पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
पार्किंग की समस्या से बचने के लिए प्रशासन की कड़ी व्यवस्था
पिछले वीकेंड पर पार्किंग में काफी समस्याएं आई थीं और कई श्रद्धालु पार्किंग की तलाश में घंटों परेशान हुए थे। इस बार प्रशासन ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं। डीएम विजय किरण आनंद ने बताया कि इस बार पार्किंग की क्षमता को बढ़ा दिया गया है और विशेष प्रबंध किए गए हैं।
प्रशासन ने लोगों से यह अपील की है कि वे सिर्फ उन्हीं पार्किंग स्थलों का उपयोग करें, जो प्रशासन द्वारा अनुमोदित हैं। यातायात और पार्किंग के नियंत्रण के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं, ताकि शहर में वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई जा सके और किसी तरह की परेशानी न हो।
शहर में वाहनों की एंट्री पर कड़ी निगरानी
प्रशासन ने शहर में वाहनों की एंट्री को नियंत्रित करने के लिए कड़ी व्यवस्था की है। किसी भी गाड़ी को शहर में घुसने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिससे यातायात में कोई बाधा न आए। इस दौरान पार्किंग के लिए निर्धारित स्थानों के अलावा कहीं भी गाड़ी पार्क करने की इजाजत नहीं होगी।
यात्रा से पहले ध्यान रखें ये बातें
- इस वीकेंड पर वाहन पास नहीं मिलेंगे।
- VIP मूवमेंट्स पर रोक है, और एस्कॉर्ट गाड़ियों के साथ संगम तक कोई नहीं पहुंच सकेगा।
- पार्किंग के लिए केवल प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थल का ही उपयोग करें।
- इस वीकेंड के दौरान भीड़ बढ़ने की संभावना है, इसलिए जल्दी निकलें ताकि आपको कोई परेशानी न हो।