शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हुआ। प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 9 महिलाएं, 5 बच्चे और 4 पुरुष शामिल हैं।
हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए लेडी हार्डिंग और LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए स्टेशन पर भारी भीड़ जमा थी। अफरा-तफरी मचने से लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
रेल मंत्री ने हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं और स्थिति को संभालने के लिए एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन पर कई सवाल उठ रहे हैं।
भगदड़ ने उठाये कई बड़े सवाल
• रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी क्यों मची?
• भीड़ को समय रहते काबू क्यों नहीं किया गया?
• जब भीड़ ज्यादा थी, तो बेहतर इंतजाम क्यों नहीं थे?
• आखिरी समय पर दो स्पेशल ट्रेनें क्यों रद्द कर दी गईं?
• ठीक रवाना होने से पहले प्लेटफॉर्म क्यों बदला गया?
• अगर प्लेटफॉर्म बदला गया तो लोगों की आवाजाही का सही इंतजाम क्यों नहीं हुआ?
18 लोगों ने गवाई अपनी जान
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में ज्यादातर लोग बिहार और दिल्ली के रहने वाले थे। फिलहाल स्टेशन पर हालात काबू में हैं। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है और इसके लिए एक विशेष टीम बनाई गई है।
इतना मिलेगा मुआवजा
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की घटना के पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा हो चुकी है और इसका वितरण भी शुरू हो गया है। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये मिलेंगे। गंभीर रूप से घायल लोगों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।