माफी के बाद प्रेमानंद महाराज ने रात्रि पदयात्रा फिर शुरू की

NRI ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने प्रेमानंद महाराज से मांगी माफी, विरोध के बाद फिर शुरू हुई यात्रा

Premananda Maharaj Vrindavan News: उत्तर प्रदेश के वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा को लेकर उठा विवाद अब शांत होता दिख रहा है। श्रीकृष्ण शरणम से श्रीहित राधा केली कुंज तक जाने वाली यह यात्रा स्थानीय विरोध के कारण बंद कर दी गई थी। बता दें कि NRI ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने रविवार को प्रेमानंद महाराज से भेंट कर विरोध के लिए माफी मांगी और यात्रा फिर से शुरू करने की अपील की। इसके बाद, माना जा रहा है कि प्रेमानंद महाराज की यह ऐतिहासिक पदयात्रा पुनः जारी हो सकती है।

NRI सोसाइटी के अध्यक्ष आशु शर्मा ने मांगी माफी

सोसाइटी द्वारा किए गए विरोध के बाद विवाद काफी बढ़ गया था, लेकिन रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें NRI ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष आशु शर्मा प्रेमानंद महाराज से माफी मांगते दिखे। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ यूट्यूबर्स की गलत जानकारी के कारण यह विरोध हुआ और उन्हें अब इस पर पछतावा है। उन्होंने महाराज से अपील की कि वे अपनी पदयात्रा पूर्ववत उसी मार्ग से निकालें। इसके जवाब में प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन वासियों की भावनाओं का सम्मान करने की बात कही और कहा कि वे किसी को भी नाराज नहीं करना चाहते।

क्या है पूरा विवाद?

बता दें कि बीती 4 फरवरी को सोसायटी की कुछ महिलाओं ने संत प्रेमानंद की यात्रा में रात्रि को होने वाले शोर और आतिशबाजी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। इस पर महाराज जी ने 6 फरवरी से यात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी। इसे लेकर इंटरनेट मीडिया में संत के समर्थन में लोग आ गए। वृंदावन में भी दुकानदारों ने कालोनी के लोगों को सामान न देने के पोस्टर लगा दिए थे। वहीं अब सोसायटी के अध्यक्ष की मुलाकात को इस विवाद का पटाक्षेप माना जा रहा है।

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हमारा किसी से कोई विरोध नहीं : संत प्रेमानंद

संत प्रेमानंद ने NRI ग्रीन सोसाइटी में हो रहे विरोध पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारा किसी से विरोध नहीं है। हमारी पदयात्रा से किसी को दुख पहुंचा था। इस बात की जानकारी होने पर हमने निर्णय लिया और रास्ता बदला दिया। हमारे अंदर किसी के प्रति कोई नाराजगी नहीं है। ब्रजवासी तो हमारे आराध्य देव हैं। हम उनका कभी अहित नहीं कर सकते। उन्हें लेकर आइए, हम उनका स्वागत करते हैं। आप आनंदित रहो, यात्रा दोबारा निकलेगी, इस बात में कोई संदेह नहीं। अगर, आपको किसी तरह की दिक्कत थी, तो आप यहां आकर कहते। हम उसकी व्यवस्था जरूर कर देते।

पुराने मार्ग पर फिर निकली प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा

सोमवार की सुबह प्रेमानंद महाराज अपनी पदयात्रा के पुराने मार्ग से निकले, लेकिन इस बार इसमें कुछ बदलाव किए गए। पहले, वे अपने निज निवास से पैदल यात्रा शुरू करते थे और भक्तों को दर्शन देते हुए अपने आश्रम, श्रीहित राधा केली कुंज, तक जाते थे। लेकिन इस बार, उन्होंने अपने निवास से यात्रा शुरू करने के बजाय कार में बैठकर निकले और बाद में पदयात्रा अपने पारंपरिक मार्ग पर की। उन्होंने अपनी यात्रा आनंद कृष्ण वन होटल से शुरू की, जो पहले की यात्रा से थोड़ा अलग था।

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