Hamas-Hezbollah Support Posters: केरल के पलक्कड़ जिले में मुस्लिमों के उर्स फेस्टिवल के दौरान हमास और हिजबुल्लाह के नेताओं के पोस्टर देखे जाने से विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले पर केरल BJP ने राज्य की वामपंथी सरकार पर आतंकवादियों का महिमामंडन करने और कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
One year ago, when @BJP4Keralam warned against a rally in Kerala where a Hamas leader virtually participated, the LDF govt took no action. Now, in Palakkad, at a Urus festival, terrorists who killed thousands were glorified—pictures of Ismail Haniyeh & Yahya Sinwar were paraded… pic.twitter.com/eBRfTJvMX9
— K Surendran (@surendranbjp) February 17, 2025
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल केरल के पलक्कड़ जिले के थ्रीथला उत्सव में यह विवाद उस समय सामने आया जब कार्यक्रम स्थल पर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के नेता याह्या सिनवार और हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के पोस्टर दिखे। इस घटना के बाद भाजपा ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि वह आतंकियों के समर्थन में गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है।
केरल BJP अध्यक्ष के. सुरेंद्रन हुए हमलावर
केरल में भाजपा के अध्यक्ष ने पोस्टर पॉलिटिक्स पर पलटवार करते हुए कहा कि “केरल में राष्ट्रविरोधी संगठन और कट्टरपंथी ताकतें सक्रिय हैं, लेकिन राज्य सरकार इस पर आंखें मूंदे बैठी है। पलक्कड़ में एक उरुस उत्सव के दौरान आतंकियों के पोस्टर लगाए गए, जहां एक कम्युनिस्ट मंत्री और एक पूर्व कांग्रेस विधायक भी मौजूद थे। क्या केरल सरकार को इस पर कोई आपत्ति नहीं है?”
आयोजकों ने क्या दी सफाई?
जब यह विवाद बढ़ा, तो कार्यक्रम के आयोजकों ने बयान जारी कर कहा कि ये पोस्टर आयोजकों द्वारा नहीं, बल्कि उत्सव में भाग लेने वाले कुछ समूहों द्वारा लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी गतिविधि का समर्थन नहीं किया जाता है।
BJP ने पुराने मामलों को भी दिया तूल
BJP नेताओं ने आरोप लगाया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। अक्टूबर 2023 में जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट (SYM) ने फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली आयोजित की थी। उस रैली में “बुलडोजर हिंदुत्व और रंगभेद जायोनीवाद को उखाड़ फेंको” जैसे नारे लगाए गए थे। वहीं के. सुरेंद्रन ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भी केरल में एक रैली के दौरान हमास नेता ने वर्चुअली भाग लिया था, लेकिन तब भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।
यह भी पढ़ें: प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई टली, केंद्र के जवाब का इंतजार
केरल सरकार की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए उठाया गया मुद्दा है। उन्होंने कहा, “अगर कुछ गलत हुआ है, तो पुलिस इसकी जांच करेगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। भाजपा केवल झूठे मामलों को गढ़कर केरल की छवि खराब करना चाहती है।”
यह भी पढ़ें: रोक के बाद भी बुलडोजर कार्रवाई से सुप्रीम कोर्ट नाराज, UP सरकार को भेजा नोटिस
कौन थे ये नेता, जिनके पोस्टर से मचा बबाल?
इस विवाद में जिन हमास नेताओं के पोस्टर लगे होने की बात कही जा रही है, बता दें कि वे सभी पहले ही मारे जा चुके हैं:
- इस्माइल हानिया: हमास के तीसरे पॉलिटिकल ब्यूरो अध्यक्ष थे, जिनकी 31 जुलाई को तेहरान में इजरायली हमले में मौत हो गई थी।
- याह्या सिनवार: हमास सुरक्षा प्रणाली के सह-संस्थापक थे और 7 अक्टूबर 2023 के इजराइल पर हमले में शामिल थे। 16 अक्टूबर 2024 को इजरायली ड्रोन हमले में मारे गए।
- हसन नसरल्लाह: हिजबुल्लाह के प्रमुख थे। 27 सितंबर 2024 को बेरूत में इजरायली हवाई हमले में उनकी मौत हुई।