Soul Conclave Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यदि भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो हर क्षेत्र में बेहतरीन नेतृत्व को विकसित करना अनिवार्य है। उन्होंने SOUL (School of Ultimate Leadership) जैसी संस्थाओं को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करार दिया और कहा कि यह संस्थान नई पीढ़ी के लीडर्स को तैयार करने में मील का पत्थर साबित होगा।
लीडरशिप के बिना संभव नहीं विकसित भारत का सपना: PM मोदी
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति निर्माण ही राष्ट्र निर्माण की नींव है। भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए हर क्षेत्र में प्रभावशाली नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे नेता तैयार करने होंगे, जो ट्रेंड फॉलो न करें, बल्कि नए ट्रेंड सेट करें। आज भारत जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उसमें युवा नेतृत्व की निर्णायक भूमिका होगी।
Addressing the SOUL Leadership Conclave in New Delhi. It is a wonderful forum to nurture future leaders. @LeadWithSoul
https://t.co/QI5RePeZnV— Narendra Modi (@narendramodi) February 21, 2025
हर क्षेत्र में सर्वोत्तम लीडरशिप की जरूरत
PM मोदी ने Soul Conclave Delhi को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक 140 करोड़ की आबादी वाला देश है और प्रत्येक सेक्टर में बेहतरीन नेतृत्व की जरूरत है। चाहे वह डिप्लोमेसी हो, टेक्नोलॉजी हो, इनोवेशन हो, स्टार्टअप्स हों या फिर प्रशासनिक क्षेत्र, हर जगह सशक्त लीडरशिप देश के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत की नई पीढ़ी को केवल भारत तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उसे ग्लोबल थिंकिंग के साथ आगे बढ़ना होगा।
स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित नेतृत्व
प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानंद के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि वह गुलामी से मुक्त भारत को एक मजबूत नेतृत्व वाला राष्ट्र बनाना चाहते थे। उनका मानना था कि यदि उनके पास 100 प्रभावशाली नेता हों, तो वे भारत को न सिर्फ आजादी दिला सकते हैं, बल्कि इसे दुनिया का नंबर एक देश भी बना सकते हैं। यही विचार आज के समय में भी प्रासंगिक हैं, और हमें इसी लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ना होगा।
वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ता प्रभाव
PM मोदी ने कहा कि आने वाले समय में जब भारत डिप्लोमेसी से लेकर टेक्नोलॉजी और इनोवेशन तक हर क्षेत्र में नई लीडरशिप तैयार करेगा, तो इसका प्रभाव पूरे विश्व पर स्पष्ट रूप से दिखेगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का निर्माण तभी संभव होगा, जब हम वैश्विक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मजबूत नेतृत्व क्षमता विकसित करेंगे। इस दिशा में SOUL जैसी संस्थाएं एक क्रांतिकारी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी
यह भी पढ़ें: Delhi Ayushman Bharat Yojana: दिल्ली में अब 10 लाख तक का फ्री इलाज, जानिए कैसे मिलेगा लाभ?
क्या है SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव?
SOUL (School of Ultimate Leadership) लीडरशिप कॉन्क्लेव एक अनूठा आयोजन है, जिसका उद्देश्य राजनीति, खेल, मीडिया, कला, आध्यात्म और बिजनेस के गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि से आने वाले योग्य नेताओं को बढ़ावा देना है। SOUL, गांधीनगर स्थित एक संस्थान है, जो नेतृत्व क्षमता विकसित करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले लीडर्स को तैयार करने पर केंद्रित है। यह भारतीय ज्ञान परंपरा और वैश्विक लीडरशिप मॉडल्स से प्रेरित एक नई नेतृत्व सोच को बढ़ावा देता है।