Mahashivratri 2025 Fast: महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, जिसे भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त शिव पूजन, रात्रि जागरण और व्रत रखते हैं। व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जावान बनाए रखना जरूरी होता है ताकि उपवास (Mahashivratri 2025 Fast) के समय कमजोरी महसूस न हो। ऐसे में फलाहारी खीर एक बेहतरीन ऑप्शन है, जो न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पोषण से भरपूर भी होती है।
फलाहारी खीर क्यों है खास?
फलाहारी खीर में दूध, मेवे और फल होते हैं, जो व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह खीर (Mahashivratri 2025 Fast) हल्की होती है और पचाने में आसान होती है। इसमें मौजूद ड्राई फ्रूट्स और फलों से आवश्यक विटामिन, मिनरल्स और फाइबर मिलते हैं, जो दिनभर की भूख को नियंत्रित (Mahashivratri Fast) करने में मदद करते हैं।
फलाहारी खीर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
फलाहारी खीर बनाने के लिए कुछ खास सामग्री की जरूरत होती है, जो व्रत में मान्य होती है:
दूध – 1 लीटर
केला – 1 (कटे हुए छोटे टुकड़ों में)
सेब – 1 (छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
मखाने – ½ कप
काजू – 10-12 (कटे हुए)
बादाम – 10 (बारीक कटे हुए)
अखरोट – 5-6 (कटे हुए)
खजूर – 2-3 (बारीक कटे हुए)
चिरौंजी – 1 चम्मच
इलायची पाउडर – ½ चम्मच
घी – 1 चम्मच
गुड़ या शहद – स्वादानुसार (चीनी का उपयोग व्रत में नहीं किया जाता)
फलाहारी खीर बनाने की विधि
सबसे पहले एक कढ़ाई में एक चम्मच घी डालें और उसमें मखानों को धीमी आंच पर भून लें। जब मखाने कुरकुरे हो जाएं, तो उन्हें निकालकर हल्का कूट लें। अब एक भगोने में दूध को उबालने के लिए रखें और उसे धीमी आंच पर पकने दें। जब दूध थोड़ा गाढ़ा (vrat ke liye falahari kheer) हो जाए, तो उसमें कटे हुए काजू, बादाम, अखरोट, चिरौंजी और खजूर डालें। अब भुने हुए मखानों को दूध में डालें और हल्की आंच पर 10 मिनट तक पकने दें। अब कटे हुए केले और सेब को खीर में डालें और अच्छे से मिला लें। यदि आप मीठा पसंद करते हैं, तो इसमें गुड़ या शहद डालें और अच्छी तरह मिला लें। अंत में खीर में इलायची पाउडर डालें और 2 मिनट तक पकाएं। अब आपकी स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर फलाहारी खीर तैयार है।
फलाहारी खीर के फायदे
ऊर्जा से भरपूर: यह खीर प्राकृतिक शर्करा और ड्राई फ्रूट्स से भरपूर होती है, जिससे व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जा मिलती है।
पाचन में आसान: इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और कब्ज की समस्या नहीं होने देता।
कमजोरी नहीं होने देती: दूध और मेवों में प्रोटीन और कैल्शियम होते हैं, जो शरीर को मजबूती देते हैं।
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: इसमें मौजूद फलों और मेवों से त्वचा चमकदार बनती है और बाल मजबूत होते हैं।
डिहाइड्रेशन से बचाव: दूध और फलों की अधिकता के कारण यह खीर शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती।
व्रत के दौरान फलाहारी खीर का सेवन कब करें?
आप इसे सुबह नाश्ते में खा सकते हैं ताकि पूरे दिन ऊर्जा बनी रहे।
इसे शाम के समय खाने से भूख शांत होगी और दिनभर की थकान दूर होगी।
रात्रि जागरण के दौरान भी इसका सेवन किया जा सकता है ताकि शरीर को ऊर्जा मिलती रहे।
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