Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। काशी विश्वनाथ, प्रयागराज, अयोध्या, नासिक, देवघर और उज्जैन जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में भक्त “बम-बम भोले” के जयकारे लगा रहे हैं। आधी रात से ही लोग शिव भक्ति में लीन हैं।
महाशिवरात्रि का मतलब है – भगवान शिव की रात। मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। कहा जाता है कि सृष्टि की शुरुआत भी इसी दिन से हुई थी। साथ ही, भगवान शिव आज ही के दिन प्रकाश-लिंग के रूप में प्रकट हुए थे, इसलिए यह दिन शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है।
महाशिवरात्रि की धूम: काशी, उज्जैन, प्रयागराज और देवघर में श्रद्धालुओं का सैलाब
आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
🔹 वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती के साथ भगवान शिव के दर्शन के लिए कपाट खोल दिए गए हैं। भक्त पूरे श्रद्धा भाव से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
🔹 उज्जैन: महाकाल मंदिर में सुबह भस्म आरती हुई, जहां “हर हर महादेव” के जयघोष से माहौल भक्तिमय हो गया। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन की गूंज सुनाई दे रही है।
🔹 प्रयागराज: यहां महाकुंभ का अंतिम दिन होने के कारण संगम तट पर आस्था का सैलाब उमड़ा है। लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे हैं।
🔹 देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं। दूर-दूर से आए श्रद्धालु दर्शन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
🔹 अयोध्या: यहां श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान कर भगवान रामलला के दर्शन कर रहे हैं। गुजरात, हैदराबाद, बंगाल सहित कई राज्यों से भक्त पहुंचे हैं।
महाशिवरात्रि के इस शुभ दिन पर हर जगह शिवभक्ति की लहर दौड़ रही है। 🚩 हर हर महादेव! 🙏
इन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
🔹 लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महादेव के दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
🔹 दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं, जहां वे पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
🔹 कोलकाता के भूतनाथ मंदिर में एक दिन पहले से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे, और आज दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी है।
🔹 भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर में भक्तों के बीच उत्सव जैसा माहौल है, जहां भगवान शिव के दर्शन किए जा रहे हैं।
🔹 नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में “हर-हर महादेव” के जयघोष के बीच भक्त बाबा के दर्शन कर रहे हैं।
🔹 काठमांडु के पशुपतिनाथ मंदिर में भी शिव भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। यहां भारतीय सेना के छह पूर्व प्रमुखों ने विशेष पूजा-अर्चना की।
शिव भक्तों की आस्था और श्रद्धा का यह अद्भुत नज़ारा महाशिवरात्रि के शुभ अवसर को और भी दिव्य बना रहा है। 🚩🙏
जानें महाशिवरात्रि का महत्व?
महाशिवरात्रि एक पवित्र पर्व है, जिसे फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखा जाता है, उपवास किया जाता है, मंत्रों का जाप किया जाता है और पूरी रात जागकर भक्ति की जाती है। शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है, जहाँ भक्त भगवान का जल और पंचामृत से अभिषेक करते हैं। धतूरा, बिल्वपत्र, रुद्राक्ष, भस्म, गंगाजल और फूल-फल अर्पित कर भोलेनाथ की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि शिव जी की उपासना से हर तरह के सुख और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
महाशिवरात्रि कैसे होंगे महादेव प्रसन्न?
🔹 स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
🔹 भगवान शिव का जल से अभिषेक करें।
🔹 अगर संभव हो तो दूध, घी, दही, शहद और जल से अभिषेक करें।
🔹 महादेव सिर्फ जल चढ़ाने से भी प्रसन्न होते हैं।
🔹 धतूरा और भांग चढ़ाने की भी परंपरा है।
🔹 शिव महापुराण में बिल्वपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व बताया गया है।
🔹 शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाएं।
🔹 “ऊं नमः शिवाय” या किसी अन्य शिव मंत्र का जाप करें।