गुजरात दौरे के दूसरे दिन सोमनाथ मंदिर पहुंचे PM मोदी, विधि-विधान से की महादेव की पूजा

PM नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन रविवार को वे सौराष्ट्र नगर स्थित प्राचीन श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और सोमनाथ महादेव का जलाभिषेक किया।

सोमनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा की और उनका जलाभिषेक किया। यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। पीएम मोदी ने मंदिर में श्रद्धापूर्वक पूजा की और भगवान शिव से देश की समृद्धि और शांति की कामना की।

PM के गुजरात दौरे का महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा गुजरात के लिए विशेष महत्व रखता है। गुजरात उनका गृह राज्य है, और वे यहां के विकास और प्रगति के लिए हमेशा प्रयासरत रहे हैं। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने सोमनाथ मंदिर में पूजा करके न केवल अपनी धार्मिक आस्था को दर्शाया, बल्कि यह भी संदेश दिया कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संरक्षित रखना कितना जरूरी है।

कल जंगल सफारी का उठाएंगे लुत्फ़

बता दें कि 3 मार्च यानी कल PM अपने दिन की शुरुआत गिर राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी का लुत्फ उठाकर करेंगे। यहां से सिंह सदन लौटने के बाद वे NBWL की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। गौरतलब है कि इस बैठक में वन्यजीवों से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर चर्चा होगी, साथ ही मुद्दों को अंतिम रूप दिया जाएगा। यह बैठक खास है, क्योंकि इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे।

इतिहास की नज़र से सोमनाथ मंदिर

सोमनाथ मंदिर भारत के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका इतिहास हजारों साल पुराना है। मंदिर को कई बार नष्ट किया गया और फिर से बनाया गया। आज यह मंदिर भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।

संबंधित खबर:फिर स्थापित होगा सोमनाथ मंदिर का शिवलिंग, 1000 हज़ार साल पहले तोड़ दिया था गज़नी ने

PM मोदी की धार्मिक यात्राओं के मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत आस्था को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वे भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को कितना महत्व देते हैं। सोमनाथ मंदिर में उनकी पूजा ने एक बार फिर यह साबित किया कि वे भारत की सांस्कृतिक एकता और धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संबंधित खबर: 12 ज्योतिर्लिंगों में गुजरात का सोमनाथ मंदिर क्यों है सबसे खास? जानिए इसकी खासियत और रोचक तथ्य!