बिहार में नीतीश कुमार सरकार अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने जा रही है। इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में इस बजट को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इसी बीच, राजद के नेता तेजस्वी यादव ने बजट से पहले सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये की आर्थिक सहायता और 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने की मांग की है।
महिलाओं को आर्थिक सहायता की जरूरत
तेजस्वी यादव ने रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार की महिलाएं गरीबी और अभाव में जीवन यापन कर रही हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाए। इससे महिलाएं अपने और अपने बच्चों की बेहतर देखभाल कर सकेंगी। उन्होंने कहा, “हमारी ‘माई बहिन मान योजना’ की नकल कर सकते हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बनाई गई थी।”
200 यूनिट फ्री बिजली की मांग
तेजस्वी यादव ने बिजली दरों को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बढ़ती बिजली दरों से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार परेशान हैं। उन्होंने मांग की कि हर परिवार को 200 यूनिट तक फ्री बिजली दी जाए। साथ ही, किसानों को सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा, “बिजली की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों की जेब पर बोझ डाल दिया है। सरकार को इस पर तुरंत कदम उठाने चाहिए।”
वृद्धजन और दिव्यांगजनों की पेंशन बढ़ाने की मांग
तेजस्वी यादव ने वृद्धजन और दिव्यांगजनों की पेंशन को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि वृद्धजन पेंशन योजना के तहत वृद्धजनों की मासिक पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये की जाए। उन्होंने याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद वृद्धावस्था पेंशन 30 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये की थी। उन्होंने कहा, “अब इसे और बढ़ाने की जरूरत है।” इसी तरह, दिव्यांगजनों की पेंशन भी 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने की मांग की गई। तेजस्वी ने कहा कि विधवा पेंशन योजना के तहत विधवा महिलाओं की पेंशन भी 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये की जाए।
सरकार पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं, लेकिन सामाजिक सुरक्षा पेंशन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। उन्होंने सवाल किया, “क्या कारण है कि वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को 4-5 महीने तक पेंशन नहीं दी जाती? क्या भ्रष्टाचार के कारण सरकार का खजाना खाली हो गया है?”
10 लाख नौकरियों का वादा पूरा करने की मांग
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार हटने के बाद नियुक्तियां रुक गई हैं। उन्होंने कहा, “हमने 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। अब इसे बिना आंकड़ों की बाजीगरी के जल्द से जल्द पूरा किया जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि जातिगत सर्वे में 94 लाख गरीब परिवारों की पहचान की गई थी, जिनकी मासिक आय 6000 रुपये से कम है। उन्होंने सवाल किया, “एक साल में इस सरकार ने कितने गरीबों की मदद की?”
भूमिहीनों को जमीन देने की योजना पर सवाल
तेजस्वी यादव ने भूमिहीनों को जमीन देने की योजना को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “भूमिहीनों को जमीन देने की योजना क्यों ठप पड़ी है? गरीबों को हक क्यों नहीं दिया जा रहा?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “आप कुछ भी करें, लेकिन तेजस्वी यादव द्वारा खींची गई लकीर को पार करना आपके लिए संभव नहीं है। आपके पास न कोई नई सोच है, न रोडमैप, और न ही कोई ठोस योजना।”
चुनावी बजट पर नजर
इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में इस बजट को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि नीतीश सरकार इस बजट में महिलाओं, किसानों और युवाओं पर फोकस करेगी। बिहार में करीब 6 करोड़ महिलाएं हैं, और उनसे जुड़ी कई घोषणाएं होने की उम्मीद है।
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