टाटा ग्रुप, जो देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में से एक है, को शेयर बाजार में हाल ही में आई गिरावट से भारी नुकसान हुआ है। टाटा ग्रुप की 24 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं, और बीते छह महीनों में इनकी कुल मार्केट वैल्यू 8.2 लाख करोड़ रुपये कम हो गई है। यानी, कंपनी के कुल वैल्यूएशन में 24% की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट का सबसे ज्यादा असर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टाटा मोटर्स पर पड़ा है।
सितंबर 2024 में टाटा ग्रुप की कंपनियों की कुल बाजार कीमत 34.77 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर थी। लेकिन अब यह घटकर 26.5 लाख करोड़ रुपये रह गई है। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब शेयर बाजार पिछले 29 सालों की सबसे लंबी गिरावट झेल रहा है। विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली के कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है, जिससे टाटा ग्रुप की वैल्यू भी प्रभावित हुई है।
TCS और टाटा मोटर्स को भारी नुकसान
🔹 TCS के शेयर पिछले 6 महीनों में 22.5% गिर चुके हैं, जिससे इसकी बाजार कीमत 3.67 लाख करोड़ रुपये कम हो गई है।
🔹 टाटा मोटर्स के शेयरों में 42.78% की गिरावट आई है, जिससे कंपनी के बाजार मूल्य में 1.7 लाख करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई है।
ये गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन रही है, क्योंकि ये दोनों कंपनियां टाटा ग्रुप की सबसे अहम कंपनियों में शामिल हैं।
कंज्यूमर-फेसिंग कंपनियों पर असर
टाटा ग्रुप के उपभोक्ता कारोबार भी इस मंदी की मार से नहीं बच सके। वेस्टसाइड और जूडियो जैसे ब्रांड चलाने वाली उनकी रिटेल कंपनी ट्रेंट के शेयर 29.7% गिर गए, जिससे कंपनी को करीब 74,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं, लग्जरी घड़ियां और ज्वैलरी बेचने वाली टाइटन को भी बड़ा झटका लगा। उसके शेयरों में छह महीनों में लगभग 15% की गिरावट आई, जिससे कंपनी को 47,700 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
6 महीनों में टाटा पावर के शेयरों में 21% की गिरावट
पिछले 6 महीनों में टाटा पावर के शेयर 21% गिर गए हैं, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य (मार्केट वैल्यूएशन) करीब 29,000 करोड़ रुपये कम हो गया है। इसी तरह, टाटा सॉल्ट और टाटा टी जैसे प्रोडक्ट बेचने वाली टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयर भी 20.38% गिरे हैं, जिससे कंपनी का मार्केट कैप करीब 24,000 करोड़ रुपये घट गया है।
टाटा टेक और टाटा एलेक्सी को में भी हुई बड़ी गिरावट
हाल ही में जबरदस्त आईपीओ लॉन्च करने वाली टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयरों में अब तक 37.72% की गिरावट आ चुकी है। इस गिरावट की वजह से कंपनी की बाजार कीमत (मार्केट वैल्यू) करीब 16,000 करोड़ रुपये घट गई है। इसी तरह, टाटा एलेक्सी के शेयर भी 31% तक गिर चुके हैं, जिससे इसका मार्केट कैप करीब 15,000 करोड़ रुपये कम हो गया है।
इंडियन होटल्स ने किया अच्छा प्रदर्शन
टाटा ग्रुप के ज्यादातर शेयरों में गिरावट देखने को मिली, लेकिन होटल सेक्टर में ग्रुप की कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। ताज ब्रांड की मालिक इंडियन होटल्स के शेयर बीते 6 महीनों में 10% से ज्यादा बढ़े, जिससे कंपनी का बाजार मूल्य (मार्केट कैप) 9,700 करोड़ रुपये बढ़ गया। वहीं, बनारस होटल्स के शेयरों में 46% की जबरदस्त बढ़त देखने को मिली। यह बढ़त खासतौर पर महाकुंभ के दौरान बनारस में बढ़े टूरिज्म और ट्रैवल सेक्टर की वजह से आई है।
लांग टर्म इंवेस्टरर्स के लिए अच्छा मौका?
शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका हो सकता है। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने 5 मार्च को एक रिपोर्ट में टाटा मोटर्स के शेयर के लिए 853 रुपये का टारगेट दिया है, जो अभी के मुकाबले करीब 38% ज्यादा है। वहीं, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भी इस शेयर की रेटिंग बढ़ाकर ‘आउटपरफॉर्म’ कर दी है और 930 रुपये का टारगेट दिया है। इसके अलावा, इनक्रीड इक्विटीज ने TCS के शेयर को ‘ADD’ की रेटिंग दी है और इसका टारगेट 3,925 रुपये रखा है, जिससे इसके शेयर में लगभग 12.7% बढ़त की संभावना जताई गई है।