महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर नारों की बहस छिड़ गई है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने BJP के ‘जय श्री राम’ के जवाब में ‘जय शिवाजी और जय भवानी’ का नारा बोलने की बात कही है। उद्धव ने इस नारे के जरिए न सिर्फ BJP के हिंदुत्व एजेंडे को चुनौती दी है, बल्कि महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को भी उभारने की कोशिश की है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या यह नारा उद्धव ठाकरे की राजनीतिक वापसी का रास्ता साफ करेगा?
क्या है उद्धव का नया नारा?
उद्धव ठाकरे ने अपने समर्थकों से कहा है कि अगर कोई ‘जय श्री राम’ कहता है, तो उसे ‘जय शिवाजी’ और ‘जय भवानी’ कहे बिना जाने न दें। उन्होंने BJP पर समाज में विष फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह नारा महाराष्ट्र की गौरवशाली परंपरा और संस्कृति को दर्शाता है। उद्धव ने यह भी कहा कि BJP ने हिंदुत्व के नाम पर समाज को बांटने का काम किया है।
भाजपा हिंदुत्ववादी आहे, हेच फेक नरेटिव्ह आहे. pic.twitter.com/KyEd9Mrjti
— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) March 9, 2025
किसानों के मुद्दे पर भी बोला हमला
उद्धव ठाकरे ने BJP की नीतियों पर सवाल उठाते हुए किसानों की कर्ज माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उनसे आगे निकलना चाहते हैं, तो उन्हें किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा करनी चाहिए। उद्धव ने यह भी कहा कि शिव भोजन और लड़की बहन योजनाओं जैसे कार्यक्रमों के लिए बजट में पर्याप्त धनराशि आवंटित की जानी चाहिए।
मुलुंडच्या कालिदास नाट्यगृहात शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे) ईशान्य मुंबई आयोजित पदाधिकारी आणि शिवसैनिकांचे निर्धार शिबीर पार पडले.
ह्या निर्धार शिबिरात उपस्थितांना मार्गदर्शन करत, पक्षप्रमुख मा. श्री. उद्धवसाहेब ठाकरे ह्यांनी महापालिका निवडणुकीत आपली भक्कम एकजूट दाखविण्याचे… pic.twitter.com/dbBj9Xie7q— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) March 9, 2025
मेट्रो कारशेड को लेकर विवाद
उद्धव ठाकरे ने मुंबई मेट्रो 3 कारशेड को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि अगर वह अधिक समय तक सत्ता में रहते, तो मेट्रो कारशेड को कंजूर मार्ग में शिफ्ट कर देते। उन्होंने आरोप लगाया कि अब यह जमीन अदानी समूह को आवंटित की जा रही है। इस मुद्दे पर BJP और शिवसेना (UBT) के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहा है।
क्या यह नारा उद्धव की राजनीतिक वापसी का रास्ता साफ करेगा?
उद्धव ठाकरे का यह नया नारा महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान को उजागर करने की कोशिश है। ‘जय शिवाजी और जय भवानी’ के जरिए वह महाराष्ट्र के लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, यह देखना होगा कि क्या यह नारा उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से मजबूत स्थिति में ला सकता है।
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