उत्तर प्रदेश में होली और रमजान के पवित्र महीने के दौरान मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का फैसला विवादों में घिर गया है। शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज के दिन मस्जिदों को ढकने के साथ ही नमाज का समय भी बदल दिया गया। इस फैसले पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। जम्मू-कश्मीर की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे भविष्य में कड़ी प्रतिक्रिया होगी।
क्या है पूरा मामला?
रमजान के पवित्र महीने के दौरान शुक्रवार को होली पड़ने के बीच उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया। इसके साथ ही राज्य के प्रमुख मुस्लिम मौलवियों ने शुक्रवार की नमाज का समय बदलकर दोपहर 2 बजे के बाद कर दिया। यह फैसला होली के दौरान संभावित रंग से बचने के लिए लिया गया है।
संभल जिले में शाही जामा मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया गया है। यह मस्जिद पिछले कुछ महीनों से कोर्ट के आदेश पर सर्वे को लेकर चर्चा में रही है। इसके अलावा, शाहजहांपुर जिले में 75 से ज्यादा मस्जिदों और दरगाहों को तिरपाल या कपड़े से ढक दिया गया है। यह जिला एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां जूता मार होली (जूते/चप्पल से होली खेलना) खेलने की परंपरा है।
महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने यूपी सरकार के इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में होली भाईचारे के साथ मनाई जाती थी। हिंदू और मुसलमान इस त्योहार को ईद की तरह मनाते थे। यूपी के सीएम ने वहां के हालात बिगाड़ दिए हैं। वहां मुस्लिम समुदाय के प्रति रवैया पूरी तरह पक्षपातपूर्ण है।
महबूबा ने आगे कहा कि इससे भविष्य में कड़ी प्रतिक्रिया होगी। एक समय पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने भी ऐसा ही किया था और अब तक हम उसका नतीजा देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमान शुक्रवार की नमाज अदा करें और हिंदू भाई होली मनाएं। ऐसा लगता है कि यह बीजेपी की नीति है कि मामले को गर्म रखा जाए ताकि यूपी के दूसरे मुद्दे भटक जाएं।
यूपी सरकार का पक्ष क्या है?
उत्तर प्रदेश सरकार ने होली और जुमे की नमाज के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों, कमिश्नरेट और पुलिस जोन और रेंज के प्रमुखों को 20-सूत्रीय निर्देश के साथ एक पत्र भेजा है। इसमें उन्हें संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। संभल जिले को चौबीसों घंटे निगरानी के लिए पहले ही अतिरिक्त अर्धसैनिक बल मुहैया करा दिया गया है। शाही जामा मस्जिद के अध्यक्ष जफर अली ने घोषणा की कि होली के कारण 14 मार्च को जुमे की नमाज दोपहर 2.30 बजे होगी।
क्या है जूता मार होली?
शाहजहांपुर जिले में जूता मार होली (जूते/चप्पल से होली खेलना) खेलने की परंपरा है। इस दौरान लोग एक-दूसरे पर जूते और चप्पल से हमला करते हैं। यह परंपरा काफी पुरानी है और इसे लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं। इस बार होली और रमजान के महीने के दौरान इस परंपरा को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर विशेष इंतजाम किए गए हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
यूपी सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। महबूबा मुफ्ती के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी इस कदम को गलत बताया है। उनका कहना है कि यह फैसला मुस्लिम समुदाय के प्रति पक्षपातपूर्ण है और इससे सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचेगा।
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