महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के खुलताबाद में औरंगजेब की कब्र को हटाने का मुद्दा अब नागपुर तक पहुंच गया है। सोमवार को एक संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान अफवाह फैली, जिससे शहर में तनाव बढ़ गया। कुछ ही देर में दो गुटों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला, लेकिन हिंसा और बढ़ गई।
सड़क पर खड़ी गाड़ियों को फूंका, पत्थरबाजी से शहर में दहशत
हिंसा इतनी बढ़ गई कि सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और फिर उन्हें आग के हवाले कर दिया गया। दो JCB मशीनों समेत कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। पुलिस ने उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन भीड़ और उग्र हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की, जिसमें DCP समेत 9 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
RAF तैनात, पुलिस ने संभाला मोर्चा
बवाल के बाद पूरे नागपुर में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात कर दिया गया है। नागपुर पुलिस का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।
हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और 40-50 अन्य को हिरासत में लिया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की जांच कर रही है ताकि हिंसा फैलाने वालों को पहचाना जा सके। नागपुर पुलिस ने FIR दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
कंस्ट्रक्शन साइट से शुरू हुई थी पत्थरबाजी
शिवाजी चौक के पास एक कंस्ट्रक्शन साइट पर पत्थर रखे हुए थे, जिनका इस्तेमाल उपद्रवियों ने पत्थरबाजी के लिए किया। पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन उपद्रवियों ने वहां भी तोड़फोड़ की। फायर ब्रिगेड का एक अधिकारी भी इस हिंसा में घायल हुआ है।
नागपुर पुलिस आयुक्त बोले – “स्थिति नियंत्रण में है”
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉक्टर रविंदर सिंघल ने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है। एक तस्वीर जलाने की घटना के बाद लोग इकट्ठा हो गए थे। हमने FIR दर्ज की है और जांच जारी है। हिंसा में दो गाड़ियां जला दी गई हैं।”
सेंट्रल नागपुर के महल इलाके में भी इस अफवाह के बाद हिंसा फैल गई कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के विरोध में धार्मिक ग्रंथों को जलाया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बयान जारी कर कहा कि पुलिस ने स्थिति संभाल ली है और नागरिकों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
4 लोग घायल, लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गए
शुरुआत में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि झड़प में 4 लोग घायल हुए हैं। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। मुख्यमंत्री फडणवीस, जिनके पास गृह मंत्रालय भी है, लगातार पुलिस के संपर्क में हैं।
#WATCH नागपुर (महाराष्ट्र) हिंसा: केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने कहा, “कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हुई है। नागपुर शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने का रहा है। मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की… pic.twitter.com/ek22z0G1yg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2025
गडकरी ने की शांति की अपील
नागपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी हिंसा के बीच लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “नागपुर हमेशा से शांति का प्रतीक रहा है। मैं सभी नागपुरवासियों से अनुरोध करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। सरकार हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।”
पत्थरबाजी में घायल हुए DCP
बता दें इस हिंसा में नागपुर के DCP निकेतन कदम भी घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 6 आम नागरिकों के अलावा 3 पुलिसकर्मी भी इस झड़प में घायल हुए हैं। महल इलाके में हिंसा के दौरान एक JCB मशीन को भी आग के हवाले कर दिया गया।
#WATCH नागपुर, महाराष्ट्र: DCP नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, “यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई। स्थिति अभी नियंत्रण में है। यहां हमारा बल मजबूत है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें…या पत्थरबाजी न करें। पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का… https://t.co/jzemJzxk1g pic.twitter.com/BHLxOSUDcj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2025
DCP अर्चित चांडक बोले – यह घटना गलतफहमी की वजह से हुई
DCP अर्चित चांडक ने कहा, “यह पूरी घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई। हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का इस्तेमाल किया ताकि स्थिति को काबू में लाया जा सके। मेरी खुद के पैर में भी हल्की चोट आई है, लेकिन अब हालात नियंत्रण में हैं। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे शांति बनाए रखें और पुलिस का सहयोग करें।”