Haryana Chunav 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में मुख्यमंत्री पद के लिए कई प्रमुख दावेदार सामने आ चुके हैं। इस बार चुनावी सर्कस में लगभग 11 नेता सीएम पद की दौड़ में शामिल हैं। इनमें से कई दावेदार तो एक ही जिले के हैं, जबकि कुछ प्रमुख नेताओं की दावेदारी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। आइए, जानते हैं इस चुनावी महासंग्राम में कौन-कौन से नेता हैं शामिल।
बीजेपी के दावेदार
नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी, जो मार्च 2024 में मुख्यमंत्री बने थे, बीजेपी की तरफ से सबसे प्रमुख सीएम पद के दावेदार हैं। कुरुक्षेत्र के निवासी सैनी वर्तमान में लाडवा सीट से विधायकी का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका राजनीतिक करियर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से शुरू हुआ था और उन्होंने विधायक, सांसद, और हरियाणा सरकार में मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। वे पहले हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।
राव इंद्रजीत सिंह
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नायब सिंह सैनी को अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया है। लेकिन पार्टी के भीतर सीएम पद के लिए दावेदारी जताने वालों की कमी नहीं है। इनमें से एक प्रमुख नाम गुरुग्राम से बीजेपी सांसद राव इंद्रजीत सिंह का है।
राव इंद्रजीत सिंह ने हाल ही में सीएम पद पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि जनता चाहती है कि वे मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर उन्होंने दक्षिण हरियाणा में बीजेपी का साथ नहीं दिया होता, तो मनोहर लाल खट्टर दो बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाते।
राव इंद्रजीत का कहना है कि उनकी मेहनत और समर्थन के बिना बीजेपी की सरकार की स्थिति आज जैसी है, वैसी नहीं होती। इस बीच, बीजेपी की तरफ से नायब सिंह सैनी को सीएम पद के लिए घोषित करने के बावजूद, राव इंद्रजीत सिंह की दावेदारी ने पार्टी के भीतर एक नई हलचल मचा दी है।
कांग्रेस के दावेदार
भूपिंदर सिंह हुड्डा
कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा, जिन्होंने दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री का पद संभाला है, इस बार भी सीएम पद की दौड़ में हैं। रोहतक के मूल निवासी हुड्डा कांग्रेस हाईकमान के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने राजनीति की शुरुआत ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से की थी।
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दीपेंद्र सिंह हुड्डा
भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। हाल ही में दीपेंद्र ने कांग्रेस के बैनर तले हरियाणा मांगे हिसाब अभियान चलाया था। अगर कांग्रेस को 90 सीटों वाली विधानसभा में 60 से अधिक सीटें मिलती हैं, तो दीपेंद्र को सीएम बनाया जा सकता है। सीनियर हुड्डा की उम्र को लेकर भी दीपेंद्र की दावेदारी पर चर्चा हो रही है।
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कुमारी सैलजा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने भी मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। सैलजा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि वे दलित हैं और मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकतीं। हिसार की रहने वाली सैलजा को राजनीति विरासत में मिली है, उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह भी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं।
उदयभान
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी सीएम पद की रेस में शामिल हैं। होडल सीट से चुनाव लड़ रहे उदयभान का राजनीतिक करियर विरासत में मिला है। उनके पिता गयालाल हरियाणा विधानसभा के सदस्य रहे हैं। दलित समुदाय को मुख्यमंत्री बनाने की बात उठने पर हुड्डा कैंप उदयभान का नाम भी आगे कर सकता है।
कुलदीप बिश्नोई
पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के सियासी वारिस कुलदीप बिश्नोई भी सीएम पद के दावेदार हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी दावेदारी का खुलासा किया है। हिसार के रहने वाले कुलदीप कांग्रेस से राजनीति में आए और अब भारतीय जनता पार्टी में हैं। उनका बेटा भव्य आदमपुर सीट से चुनाव लड़ रहा है।
रणदीप सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। उन्होंने राजनीति में वकालत छोड़कर कदम रखा और 1996 में हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला को हराया। सुरजेवाला राज्यसभा के सांसद और कर्नाटक के प्रभारी महासचिव हैं।
अन्य दलों के दावेदार
सुशील गुप्ता
आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता भी सीएम पद के दावेदार हैं, हालांकि उनकी पार्टी ने आधिकारिक घोषणा नहीं की है। गुप्ता कांग्रेस से आप में आए और राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था।
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दुष्यंत चौटाला
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। उनकी पार्टी जेजेपी ने हाल ही में चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है। दुष्यंत की पार्टी ने 2019 के चुनाव में 10 सीटों पर जीत हासिल की थी और वे खुद को इस बार सीएम बनने का दावेदार मानते हैं।
अभय चौटाला
दुष्यंत के चाचा और इनेलो के नेता अभय चौटाला भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। अभय चौटाला मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पिता ओम प्रकाश चौटाला तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे हैं और दादा देवीलाल भी हरियाणा के मुख्यमंत्री और भारत के उप-प्रधानमंत्री रहे हैं।
इन दावेदारों के बीच मुख्यमंत्री पद की लड़ाई दिलचस्प होगी, और यह देखना होगा कि चुनावी रण में कौन सा नेता आगे बढ़कर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचता है।