जापान में के क्यूशू में आया जोरदार भूकंप, जानिए यहां क्यों आते हैं इतने ज्यादा भूकंप?

जापान के क्यूशू में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गये हैं। बता दें कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.9 आंकी गई है। ये झटके इतने तेज थे कि कई इलाकों में अधिकारियों ने इसको लेकर सुनामी की चेतावनी जारी की है। हालांकि अभी तक इस भूकंप में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।

जापान में भूकंप का तेज झटका

यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) के मुताबिक भूकंप की गहराई 37 किलोमीटर थी। वहीं जापान की भूकंप निगरानी एजेंसी एनईआरवी ने बताया कि भूकंप ह्युगा-नाडा सागर में आया है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि भूकंप मियाजाकी प्रान्त में स्थानीय समय मुताबिक रात 9 बजकर 29 मिनट पर आया था। वहीं सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में इसकी तीव्रता जापानी पैमाने 0 से 7 के मुताबिक 5 से कम थी। हालांकि मियाजाकी और कोच्चि प्रान्तों के लिए सुनामी संबंधी चेतावनी जारी की गई है।

मियाजाकी में 20 सेमी ऊंची सुनामी

भूकंप आने के बाद मियाजाकी में 20 सेमी ऊंची सुनामी देखी गई है। इस बात की जानकारी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) ने देश की मौसम विज्ञान एजेंसी के हवाले से दी है। जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने कई इलाकों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। लेकिन किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई खबर अभी तक नहीं मिली है।

जापान में क्यों आते हैं सबसे अधिक भूकंप?

अब आपके दिमाग में ये सवाल आता होगा कि आखिर जापान में ही सबसे अधिक भूकंप क्यों आता है। बता दें कि जापान में बड़े पैमाने के भूकंप बार-बार आने के लिए इसकी भोगौलिक स्थिति जिम्मेदार है। दरअसल यह एक आइलैंड देश है, जो प्रशांत महासागर में चारों तरफ से पानी से घिरा है। वहीं जापान ‘पेसिफिक रिंग ऑफ फायर’ का हिस्सा है। ‘रिंग ऑफ फायर’ एक ऐसी आकृति है, जो घोड़े के नाल जैसी दिखती है, इसे उन बिंदुओं का समूह भी कह सकते हैं। रिंग ऑफ फायर में सबसे ज्यादा भूकंप और सूनामी आता है।

भूकंप आने के पीछे ये है वजह

बता दें कि दुनिया के ज्यादातर भूकंप और सूनामी इसी ‘रिंग ऑफ फायर’ के अंदर आते हैं। इसका कारण ये है कि इसके चारों तरफ अलग-अलग महाद्वीपीय प्लेट हैं। इसमें यूरेशियन प्लेट (यूरोप+एशियन प्लेट), इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट, उत्तरी अमेरिकन प्लेट और दक्षिणी अमेरिकन प्लेट है। इन प्लेटों में हलचल होती रहती है, लेकिन जब ये प्लेट सबडक्शन जोन (वो क्षेत्र जहां एक टेक्टोनिक प्लेट दूसरे के नीचे खिसकती है) में एक दूसरे से टकराती हैं, तो भूकंप पैदा होता है।

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