दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। लेकिन इससे पहले आप को बड़ा झटका लगा है, दरअसल आप के नेता सुखबीर सिंह दलाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं। सुखबीर सिंह पूर्व विधायक और पांच साल तक आप के सदस्य रहे हैं। बता दें कि सुखबीर सिंह दलाल केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए हैं।
आप को झटका
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सुखबीर सिंह के बीजेपी में शामिल होने से आप को झटका लगा है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में दो पार्टियों में टक्कर जबरदस्त होने का अनुमान है, पहली आम आदमी पार्टी और दूसरी भारतीय जनता पार्टी है। वहीं सुखबीर सिंह दलाल के पार्टी छोड़ने से आम को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव
बता दें कि दिल्ली विधानसभा के लिए फरवरी 2025 में चुनाव होने हैं। वहीं आम आदमी पार्टी तीसरी बार सत्ता पर कब्जा बनाए रखने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 पर जीत दर्ज की थी। आप ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जा कर दी है। आप की सूची के मुताबिक पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे और मुख्यमंत्री आतिशी एक बार फिर कालकाजी से चुनाव मैदान में होंगी।
आप के उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी की सूची में शामिल अन्य उम्मीदवारों में बुराड़ी से संजीव झा, बादली से अजेश यादव और राजिंदर नगर से दुर्गेश पाठक शामिल हैं। वहीं पार्टी ने ओखला से अमानतुल्लाह खान को मैदान में उतारा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि हाल ही में आप में शामिल हुए अवध ओझा को सिसोदिया के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र पटपड़गंज से उम्मीदवार बनाया गया है।
कैलाश गहलोत भी बीजेपी के साथ
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने भी इससे पहले आप पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता से किया गया वादा नहीं पूरा करने का भी आरोप लगाया था। बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत के तुरंत बाद कैलाश गहलोत को दिल्ली विधानसभा चुनाव से संबंधित महत्वपूर्ण चुनाव कॉर्डिनेशन कमेटी का सदस्य बनाया गया है। वहीं कैलाश गहलोत को केवल इस महत्वपूर्ण कमेटी का सदस्य ही नहीं बनाया गया है, बल्कि आने वाले चुनाव के घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) बनाने वाली कमेटी में भी उन्हें शामिल किया गया है।