अरविंद केजरीवाल के लिए उठी सरकारी आवास की मांग, राघव चड्ढा बोले- ये नियमों के मुताबिक

आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक सरकारी आवास की मांग की। राघव चड्ढा ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक होने के नाते अरविंद केजरीवाल इसके हकदार हैं। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राघव चड्ढा ने घोषणा की कि पार्टी इस अनुरोध को लेकर संबंधित मंत्रालय को औपचारिक रूप से पत्र लिखेगी।

राघव चड्ढा, “मुझे उम्मीद है कि हमें इसके लिए कानूनी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ेगी। केजरीवाल ने अपने सिद्धांतों के लिए इस्तीफा देने का फैसला किया है और वह अपने आधिकारिक आवास से बाहर जाएंगे। उनके पास कोई संपत्ति या अपना घर नहीं है। एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक होने के नाते, वह एक सरकारी आवास के हकदार हैं। केंद्र को उन्हें वह देना चाहिए।”

वहीं इससे पहले 18 सितंबर को आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सभी सरकारी सुविधाएं, जिसमें सुरक्षा भी शामिल है, छोड़ देंगे। वे 15 दिनों में अपने आधिकारिक आवास से बाहर जाकर एक आम नागरिक की तरह रहेंगे।

पहले कहा था इस्तीफा देने के एक हफ्ते के अंदर छोड़ेंगे आवास

AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा था कि इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल ने सबसे पहले अपने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को छोड़ने का फैसला किया। संजय सिंह ने कहा था कि केजरीवाल एक सप्ताह के भीतर 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला खाली करेंगे। लेकिन बाद में AAP ने स्पष्ट किया कि केजरीवाल और उनका परिवार 15 दिनों में इसे खाली करेगा।

 

संजय सिंह ने कहा ने बताया था कि अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं हैं, क्योंकि उन पर पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं। उनके बूढ़े माता-पिता, पत्नी और बच्चे हैं। हम सभी उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। हमने उन्हें समझाने की कोशिश की कि उनकी सुरक्षा को खतरा है। फिर भी उन्होंने बाहर जाने का फैसला किया है।

मुख्यमंत्री बनने से पहले कहां रहते थे केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी रहते थे। फिर जब वे 2013 दिसंबर में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तो मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहने लगे। फरवरी 2015 के विधानसभा चुनावों में आप की भारी बहुमत के साथ जीत के बाद वह फिर से मुख्यमंत्री बने। इसके बाद वह उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए।

21 सितंबर को सीएम पद की शपत लेंगी आतिशी!

अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिय था। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आप ने सर्वसम्मति से आतिशी को दिल्ली नया मुख्यमंत्री चुना था। केजरीवाल के दिल्ली के उपराज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद, आतिशी ने सरकार बनाना का दावा पेश किया था। इस संबंध में एलजी को चिट्ठी भी सौंपी गई थी। दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस चिट्ठी को राष्ट्रपति को भेज दिया था।

बता दें कि आतिशी की तरफ से भेजी गई चिट्ठी में शपथ ग्रहण की कोई तारीख नहीं लिखी थी। लेकिन एलजी ने शपथ ग्रहण के लिए 21 सितंबर की तारीख प्रस्तावित की। जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आतिशी कल यानी 21 सितंबर, शनिवार को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी।

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