पाकिस्तानी विमानों ने अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में बमबारी की थी, जिसके बाद काबुल ने जवाबी हमला किया है। अफगान और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच दोनों देशों की सीमा पर जबरदस्त संघर्ष हो रहा है, जिसमें 19 पाकिस्तानी सैनिक और तीन अफगान नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। पाकिस्तान की सीमा से सटे अफगानिस्तान के खोस्त और पक्तिका प्रांतों में भीषण लड़ाई जारी है।
पाकिस्तानी की कई सैन्य चौकियों पर लगाई आग
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, अफगान बलों ने खोस्त प्रांत के अली शिर जिले में पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों को आग लगा दी है और पक्तिका प्रांत के दंड-ए-पाटन जिले में दो पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ये कार्रवाई पाकिस्तान के घातक हवाई हमलों का बदला लेने के लिए की गई। बता दें, पाकिस्तान ने पिछले मंगलवार को पक्तिका प्रांत के सात गांवों पर हवाई हमले किए थे जिसमे महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान के हमले का बदला लेने पहुंचे थे अफगानी
पाकिस्तान ने कथित तौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने और विद्रोहियों को मारने के लिए एक सैन्य अभियान शुरू किया था। इस हमले में कम से कम 46 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। अफगान तालिबान ने पाकिस्तान के इस हमले को बर्बर बताया और कहा कि वह इसका बदला लेगा। इसके बाद, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर जवाबी हमला करने के लिए 15 हजार लड़ाके भेजे हैं।
शनिवार को अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि उसके सैनिकों ने पाकिस्तान के कुछ ठिकानों को निशाना बनाया। ये ठिकाने उन लोगों के छिपने के स्थान थे जो अफगानिस्तान में हमलों को अंजाम देने और उन्हें चलाने का काम करते थे। मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वारजामी ने इन हमलों के बारे में और कोई जानकारी नहीं दी।
खबरों के अनुसार, अफगानिस्तान की इस जवाबी कार्रवाई को खोस्त प्रांत में लोगों ने खुशी के साथ मनाया। हजारों लोग अपने घरों से बाहर निकलकर अफगान सेना के समर्थन में नारे लगा रहे थे और इस कदम का जश्न मना रहे थे।
काबुल में पिछले 24 घंटों में दो विस्फोट
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पिछले 24 घंटों में दो बड़े विस्फोट हुए। शनिवार को सुबह 10 बजे काबुल के शेख जायद अस्पताल के पास आंतरिक मंत्रालय के कार्यालय के पास धमाका हुआ। स्थानीय निवासी समीउल्लाह ने बताया कि इस धमाके में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आसपास के इलाके में सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है।
इससे पहले शुक्रवार को भारतीय दूतावास के पास भी एक विस्फोट हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए। इसके अलावा, 24 दिसंबर को जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के एक अफगान कर्मचारी पर हमला हुआ, जिससे वह घायल हो गए।
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