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16 बच्चे पैदा करें! CM स्टालिन की नवविवाहित जोड़ों से अपील

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK Stalin ने एक सामूहिक विवाह समारोह में शादीशुदा जोड़ों को 16-16 बच्चे पैदा करने की सलाह दी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK Stalin ने एक सामूहिक विवाह समारोह में शादीशुदा जोड़ों को 16-16 बच्चे पैदा करने की सलाह दी

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाल ही में एक सामूहिक शादी समारोह में भाग लेते हुए लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें 16-16 बच्चे पैदा करने चाहिए। यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब वह हिंदू धार्मिक और बंदोबस्ती बोर्ड के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहां 31 जोड़ो की शादी हुई।

आबादी की गिरावट पर चिंता

CM स्टालिन का कहना था कि पहले बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ों को 16 तरह की संपत्तियों का आशीर्वाद देते थे, लेकिन अब समय आ गया है कि लोग 16 बच्चे पैदा करें। उन्होंने कहा, “हमारी आबादी कम हो रही है, जिसका असर हमारी लोकसभा सीटों पर पड़ेगा।” उनका यह बयान उस समय आया है जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इसी तरह की अपील की थी।

चंद्रबाबू नायडू ने 19 अक्टूबर को अमरावती में कहा, “हम ज्यादा बच्चों वाले परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए एक नया कानून लाएंगे, जिसके तहत केवल दो से अधिक बच्चों वाले लोग ही चुनाव लड़ सकेंगे। 2047 तक हम जनसांख्यिकीय लाभ का सामना करेंगे, उसके बाद स्थिति बदल जाएगी।” उन्होंने कहा कि यह केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि देश के विकास के लिए भी आवश्यक है।

संयुक्त राष्ट्र की ‘इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023’ में कहा गया है कि 2050 तक भारत की 20.8% आबादी बुजुर्गों की होगी। इसका अर्थ है कि हर 100 लोगों में से 21 लोग 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के होंगे। यह भविष्यवाणी गंभीर चिंता का विषय है और इसे ध्यान में रखते हुए जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

 BJP पॉपुलेशन ग्रोथ रेट को कम करने पर जोर दे रही

दिलचस्प बात यह है कि जहां BJP पॉपुलेशन ग्रोथ रेट को कम करने पर जोर दे रही है, वहीं उसकी सहयोगी पार्टी TDP जनसंख्या वृद्धि के पक्ष में है। हाल ही में, BJP सांसद अनिल बोंडे ने सरकार से मांग की थी कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ केवल उन परिवारों को दिया जाए जिनके दो बच्चे हैं।

बता दें इस साल मई में गुजरात के अमरेली में दो BJP पार्षदों को तीसरे बच्चे के जन्म के कारण अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। जिला कलेक्टर ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था।

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