चुनाव हारकर अब सौरभ भारद्वाज बन गए यूट्यूबर, जानिए आगे क्या है उनका प्लान

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज की राजनीति में अहम भूमिका खत्म हो गई है। ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके सौरभ भारद्वाज इस बार चुनाव हार गए। उन्होंने अपनी हार को लेकर एक वीडियो जारी किया और बताया कि अब वह एक नया काम करने जा रहे हैं। सौरभ भारद्वाज, जो पहले दिल्ली सरकार में मंत्री थे, अब एक यूट्यूबर बनने का फैसला कर चुके हैं।

सौरभ भारद्वाज ने खोला अपना यूट्यूब चैनल

सौरभ भारद्वाज ने अपनी हार के बाद एक वीडियो के माध्यम से बताया कि अब वह यूट्यूब पर सक्रिय हो रहे हैं। उन्होंने X (पूर्व में Twitter) पर इस बारे में पोस्ट किया और बताया कि वह अपने नए चैनल पर चुनाव हारने के बाद एक नेता की जिंदगी में आने वाले बदलावों के बारे में चर्चा करेंगे। सौरभ ने वीडियो में यह भी कहा कि अब वह यूट्यूब के जरिए हर रोज़ नए मुद्दों पर चर्चा करेंगे और जनता के सवालों का जवाब देंगे। सौरभ ने अपने X पोस्ट में लिखा, “बेरोजगार नेता, कल से मैं एक नए प्लेटफॉर्म पर आपके बीच आ रहा हूं! अब आप YouTube पर भी मेरे साथ जुड़ सकते हैं, जहां हम हर रोज़ एक नए विषय पर चर्चा करेंगे। साथ ही, आप अपने सुझाव भी साझा कर सकते हैं। कल मिलते हैं नए सफर पर अपनी पहली Video के साथ!”

चुनाव हारने के बाद सौरभ भारद्वाज ने क्या कहा?

वीडियो में सौरभ भारद्वाज ने अपनी हार पर बात करते हुए कहा, “8 फरवरी को चुनाव के जो नतीजे आए, उसके बाद पूरी दिल्ली बदली है। हम जैसे लोग, हमारी तो पूरी जिंदगी जो है, वह 180 डिग्री पलट गई है। आज कहा जा सकता है कि हम वह नेता हैं जो बेरोजगार हो गए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अब वह अपनी जिंदगी में आए इस बड़े बदलाव को दर्शकों से साझा करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “बहुत सारे लोग इस बात को लेकर प्रश्न कर रहे हैं, मैं चाहता था कि आपको इस बारे में बताऊं कि एक चुनाव हारने के बाद एक नेता की जिंदगी में क्या-क्या बदलता है, कैसे-कैसे बदलता है।”

कैसा रहा है सौरभ भारद्वाज का राजनीतिक सफर?

सौरभ भारद्वाज का राजनीति में सफर काफी दिलचस्प रहा है। AAP के इस नेता की पहचान एक ऐसे शख्स के तौर पर बन चुकी थी, जो हमेशा जनता के मुद्दों को उठाने में सबसे आगे रहता था। वह अन्ना हज़ारे के आंदोलन से जुड़कर राजनीति में आए थे। 2013 में पहली बार उन्होंने बीजेपी के अजय कुमार मल्होत्रा को हराकर दिल्ली विधानसभा चुनाव जीते थे। इसके बाद उन्होंने 2016 और 2020 में भी लगातार जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार, 2025 के चुनाव में वह शिखा रॉय से हार गए, जो बीजेपी के उम्मीदवार थे। सौरभ को 3188 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

 

पढ़ाई-लिखाई और पेशेवर अनुभव

सौरभ भारद्वाज की गिनती AAP के पढ़े-लिखे नेताओं में की जाती है। वह पेशे से एक इंजीनियर हैं। भारतीय विद्यापीठ से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने ओस्मानिया यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री भी ली। राजनीति में आने से पहले सौरभ भारद्वाज सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट के तौर पर काम कर चुके थे। हालांकि, उन्होंने राजनीति में आने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी और अब तक के अपने सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।

पहली बार हार का सामना

यह पहली बार था जब सौरभ भारद्वाज को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले वह हमेशा अपनी सीट पर जीतते आए थे और दिल्ली सरकार में मंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहे थे। वह दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, जल, ऊर्जा, बाढ़ नियंत्रण, शहरी विकास और सिंचाई विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों का संचालन कर चुके हैं।

सौरभ भारद्वाज का नया कदम: यूट्यूब चैनल के माध्यम से जनता से जुड़ना

सौरभ भारद्वाज ने राजनीति में अपनी हार के बाद यूट्यूब पर अपने नए सफर की शुरुआत की है। वह अब यूट्यूब चैनल के माध्यम से अपनी जिंदगी के अनुभवों को साझा करेंगे और राजनीति के बारे में अपनी राय व्यक्त करेंगे। उनका यह कदम यह दिखाता है कि राजनीति में सफलता के साथ-साथ असफलता भी एक सामान्य हिस्सा है और अब वह इसे नए तरीके से समझने और जनता से जुड़ने की कोशिश करेंगे। सौरभ भारद्वाज का यूट्यूब चैनल न केवल एक नए प्रयास की शुरुआत है, बल्कि यह उनके द्वारा जनता से जुड़ने का एक अलग तरीका भी है। राजनीति से बाहर आने के बाद, वह सोशल मीडिया पर अपनी आवाज़ और विचारों को साझा करेंगे, जो उनके समर्थकों के लिए एक नई उम्मीद की किरण हो सकती है।

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